गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: गौरेला में वन विभाग के एसडीओ पर वनरक्षक से दुर्व्यवहार और जातिगत गाली-गलौज करने का आरोप लगा है। इस मामले में छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल दिया है। संघ ने डीएफओ मरवाही को ज्ञापन सौंप एसडीओ आर के सिदार पर कार्रवाई करने की मांग की है।
दरअसल, पूरा मामला मरवाही वनमंडल का है। गौरेला वन परिक्षेत्र के आमानाका परिसर धर्मपानी रेस्टहाउस में पदस्थ वनरक्षक मोटू कुमार भारद्वाज का आरोप है कि 9 जनवरी को गौरेला एसडीओ राम कुमार सिदार ने उन्हें फोन पर जातिसूचक गाली गलौज देते हुए दुर्व्यवहार किया है।
कैंटीन में अव्यवस्था से जुड़ा है मामला
एसडीओ आर के सिदार ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए मामले में कहा कि पूरा मामला धरमपानी रिसोर्ट के कैंटीन से जुड़ा हुआ है। जहा कैंटीन में अव्यवस्था के मामले में जांच और नोटिस के बाद यह आरोप लगाया जा रहा है। कुछ गेस्ट को रुकने और भोजन के लेकर बात शुरू हुई थी। मैंने समिति की जांच के लिए कहा तो आरोप लगाया जा रहा है।
शशि कुमार, डीएफओ गौरेला।
मामले की जांच के लिए बनाई गई टीम- डीएफओ
वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष लाल बहादुर कौशिक का कहना है कि उच्च अधिकारियों को इस तरह की अभद्र अमर्यादित भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए, ये सरासर गलत है। डीएफओ शशि कुमार ने कहा कि मामले में जांच टीम गठित की गई है। आरोपों की जांच करवाई जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ ने डीएफओ को ज्ञापन दिया।
एक सप्ताह के अंदर हो कार्रवाई- छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ
छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ ने ज्ञापन के जरिए बताया गया कि सब डिविजनल ऑफिसर गौरेला आर के सिदार ने वन रक्षक को 9 जनवरी को जाति सूचक गाली देते हुए अभद्र व्यवहार किया है। एक सप्ताह के अंदर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वन कर्मचारी संघ आरके सिदार के खिलाफ FIR दर्ज कराकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।