बिलासपुर: पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी (OU) के कुलपति को लेटर लिखकर धमकाने वाले आरोपी की पुलिस ने पहचान कर उसे अरेस्ट कर लिया है। यूनिवर्सिटी के ही दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी ने अपने नाम का जिक्र किए बिना कुलपति को धमकी भरा पत्र लिखा था। आरोपी कर्मचारी ने पुलिस से बोला कि 18 साल सेवा करने के बाद भी रेगुलर नहीं करने से वह परेशान हो गया है, जिसके कारण उसने कुलपति को लेटर लिखा था। मामला कोनी थाना क्षेत्र का है।
बिरकोना स्थित ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति कार्यालय को डॉक से एक पत्र प्राप्त मिला था, जिसमें वेतन में वृद्धि और नई भर्ती पर तत्काल रोक लगाने की बात लिखकर कुलपति डॉ बंश गोपाल सिंह और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस पत्र को कुलपति ने डॉ सिंह ने कोनी थाने को सौंपकर लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति को जान से मारने की धमकी देते हुए लिखा था लेटर।
हेंडराइटिंग से हुई आरोपी की पहचान, गिरफ्तार
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने यूनिवर्सिटी पहुंचकर सभी अधिकारी-कर्मचारियों के पिछले एक साल की छुट्टी के आवेदन पत्रों की जांच की। इसमें धमकी भरे लेटर के साथ एक-एक आवेदन पत्र के हेंडराइटिंग की जांच की गई। जिसके बाद संदेही कर्मचारी संतोष कुमार पांडेय को पकड़कर बारीकी से पूछताछ की, तब अपने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी में 18 से वह मानदेय के रूप में भृत्य के पद पर काम कर रहा है। जिससे परेशान होकर उसने कुलपति को धमकी भरा पत्र लिखा है।
छह माह पहले भी दी थी धमकी
पुलिस ने जांच के दौरान कुछ संदेही कर्मचारियों से पूछताछ की थी। इस दौरान पता चला कि छह महीने पहले भी मानदेय पर काम करने वाले भृत्य संतोष पांडेय ने कुलपित को नई भर्ती करने पर धमकी दिया था। जिसमें उसने कहा था कि नई भर्ती कैसे करोगे, मैं देख लूंगा।