रायपुर: महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल को दुबई से भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। ED ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में आवेदन लगाया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इसके बाद दुबई के कोर्ट को प्रत्यर्पण के तहत आग्रह पत्र जारी किया है।
फिलहाल यह पत्र भारत सरकार के जरिए UAE दूतावास को भेजा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। ED ने रवि उप्पल के खिलाफ इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद दुबई में 30 दिन पहले उसे गिरफ्तार किया गया था।
रवि उप्पल अपने साथी सौरभ चंद्राकर के साथ UAE में रह रहा था।
महादेव ऐप का सह संस्थापक है रवि उप्पल
ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप के सह संस्थापक रवि उप्पल को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से छत्तीसगढ़ लाने के मामले में कार्रवाई पूरी हो गई है। भारत के विदेश मंत्रालय के जरिए UAE दस्तावेज भेजे जाएंगे। रवि उप्पल भारत में वांटेड है।
रवि उप्पल पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस
मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED महादेव ऐप जांच कर रही है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस भी जांच में जुटी है। ED ने अक्टूबर में रायपुर में PMLA कोर्ट के सामने उप्पल और उसके पार्टनर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
जब्त की थी 417 करोड़ की संपत्ति
ED ने 2 महीने पहले ही मुंबई, कोलकाता और भोपाल में करीब 39 ठिकानों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। रवि उप्पल अपने साथी सौरभ चंद्राकर के साथ UAE में रह रहा था। केंद्र सरकार ने 1 महीने पहले ही महादेव ऐप समेत 22 ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक किया था।
सौरभ चंद्राकर के साथ शुरू की थी महादेव बेटिंग ऐप
2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी। हालांकि, शुरुआत में इस वेबसाइट के कम यूजर्स थे। 2019 में नौकरी के लिए सौरभ दुबई चला गया। कुछ समय बाद सौरभ ने अपने दोस्त रवि उत्पल को भी दुबई बुलवा लिया।
रवि के दुबई पहुंचने से पहले सौरभ ने बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था। इसके बाद दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया। इसे सोशल मीडिया और दूसरे तरीके से प्रमोट करना शुरू कर दिया।
सौरभ ने महादेव कंपनी का बिजनेस फैलाने के लिए दो रास्ते अपनाए।
- पहला: सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के जरिए ऐप को प्रमोट करवाया।
- दूसरा: सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप और वेबसाइट को खरीद लिया।
4 हजार के करीब पैनल ऑपरेटर्स का नेटवर्क खड़ा किया
ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के जरिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने देश में करीब 4 हजार पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क खड़ा किया था। हर पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक थे जो सट्टा लगाते थे। कहा जा रहा है कि इस तरह से दोनों रोजाना 200 करोड़ की कमाई कर रहे थे। अपनी इसी काली कमाई से संयुक्त अरब अमीरात में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया।
महादेव सट्टा ऐप केस में दम्मानी बंधुओं की जमानत खारिज
वहीं दूसरी ओर मंगलवार को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान हवाला कारोबारी बंधु अनिल और सुनील दम्मानी की जमानत याचिका खारिज कर दी। दोनों आरोपियों को ऑनलाइन सट्टा ऐप केस में गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के जरिए रसूखदार नेताओं तक पैसा पहुंचाने के मामले में पकड़ा था।