Saturday, December 21, 2024
              Homeछत्तीसगढ़कोरबाCG : रायपुर जेल में रानू साहू, सौम्या से होंगे सवाल-जवाब, कोल...

              CG : रायपुर जेल में रानू साहू, सौम्या से होंगे सवाल-जवाब, कोल स्कैम केस में ACB को 4 से 7 अप्रैल तक मिली इजाजत; इससे पहले 5 दिन हुई है पूछताछ

              रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाला केस में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद निलंबित IAS रानू साहू और सौम्या चौरसिया से एंटी करप्शन ब्यूरो ACB की टीम जेल में जाकर पूछताछ करेगी। दरअसल, कोल लेवी मामले में दोनों आरोपियों से पूछताछ के लिए ACB और EOW ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में आवेदन लगाया था।

              मंगलवार को सुनवाई के दौरान विशेष न्यायधीश ने 3 दिन के लिए दोनों से पूछताछ की अनुमति दी है। ACB की टीम रायपुर सेंट्रल जेल में 4 से 7 अप्रैल तक पूछताछ करेगी। इससे पहले जेल में 5 दिन तक पूछताछ हो चुकी है।

              5 दिन तक हो चुकी है जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ

              प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट के बाद 17 जनवरी को एंटी करप्शन ब्यूरो ने कोयला घोटाला मामले में FIR दर्ज की थी। इसके बाद EOW और ACB ने जांच शुरू की थी। इससे पहले इस मामले में जेल में बंद निलंबित IAS समीर विश्नोई, शिवशंकर नाग और सूर्यकांत तिवारी से पूछताछ हो चुकी है। स्पेशल कोर्ट ने 29 मार्च से 2 अप्रैल तक पूछताछ के लिए इजाजत दी थी।

              छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले मामले में ED की रिपोर्ट पर ACB-EOW ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 36 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। वहीं, इस मामले में ACB की टीम ने जांच शुरू कर दी है।

              कोल मामले में इन पर FIR

              1. कवासी लखमा, विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री
              2. देवेंद्र यादव, विधायक
              3. अमरजीत भगत, पूर्व खाद्य मंत्री
              4. बृहस्पत सिंह, पूर्व विधायक
              5. गुलाब कमरो, पूर्व विधायक
              6. शिशुपाल सोरी, पूर्व विधायक
              7. चंद्रदेव प्रसाद राय, पूर्व विधायक
              8. यूडी मिंज, पूर्व विधायक
              9. समीर विश्नोई, निलंबित IAS
              10. रानू साहू, निलंबित IAS
              11. सौम्या चौरसिया, पूर्व उप सचिव, सीएम कार्यालय
              12. संदीप कुमार नायक, सहायक खनिज अधिकारी
              13. शिवशंकर नाग, खनिज अधिकारी
              14. सूर्यकांत तिवारी, कोल कारोबारी
              15. मनीष उपाध्याय
              16. रौशन कुमार सिंह
              17. निखिल चंद्राकर
              18. राहुल सिंह
              19. पारिख कुर्रे
              20. मोइनुद्दीन कुरैशी
              21. वीरेंद्र जायसवाल
              22. रजनीकांत तिवारी
              23. हेमंत जायसवाल
              24. जोगिंदर सिंह
              25. नवनीत तिवारी
              26. दीपेश टांक
              27. देवेंद्र डडसेना
              28. राहुल मिश्रा
              29. रामगोपाल अग्रवाल, तत्कालीन कोषाध्यक्ष, कांग्रेस
              30. राम प्रताप सिंह, तत्कालीन प्रवक्ता, कांग्रेस
              31. विनोद तिवारी, पीईपी
              32. इदरीश गांधी, पीईपी
              33. सुनील कुमार अग्रवाल
              34. जय
              35. चंद्रप्रकाश जायसवाल
              36. लक्ष्मीकांत तिवारी

              कोल स्कैम केस में अब तक क्या हुआ

              ED ने इस मामले में अब तक कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय में काम करने वाली अधिकारी सौम्या चौरसिया, IAS समीर विश्नोई समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। 222 करोड़ की संपत्ति अटैच की गई है और इस पूरे मामले की जांच जारी है।

              प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा इसे प्रदेश का बड़ा आर्थिक अपराध मानते हुए ACB में शिकायत दर्ज कराई थी।

              समझें क्या है कोल और शराब स्कैम?

              ED की टीम छत्तीसगढ़ में कोल और शराब से जुड़े स्कैम की जांच कर रही है। यह करीब 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसमें कई IAS अफसरों पर शिकंजा कसा जा चुका है। इसके अलावा कई कारोबारी भी जेल में हैं। अब इसमें पूर्व मंत्री भी फंसते दिखाई दे रहे हैं।

              समझें कि क्या है कोल स्कैम

              • ED ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 540 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया।
              • इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ED की जांच के दायरे में रहे। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेज ॉभी जब्त किए गए। ED ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है।
              • कोल परिवहन में कोयला एजेंसियों से प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। ये वसूली सिंडीकेट करता था, सिंडिकेट के लोगों के नाम पर ही FIR हुई है।



                    Muritram Kashyap
                    Muritram Kashyap
                    (Bureau Chief, Korba)
                    RELATED ARTICLES
                    - Advertisment -

                          Most Popular