मुंगेली: जिले के लोरमी इलाके में एक नर हाथी की मौत हो गई है। लोरमी के खुड़िया रेंज में हाथी का शव मिला है। सरगढ़ी के जंगल के कक्ष क्रमांक 486 में वनवासियों ने हाथी के शव को देखा, जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा और शव को कब्जे में लिया।
बताया जा रहा है कि 6 हाथियों का दल कवर्धा क्षेत्र के जंगल से वापस अचानकमार टाइगर रिज़र्व की ओर लौट रहा था। इसी दौरान इनमें से एक हाथी शिकारियों के द्वारा बिछाए गए करंट तार की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मामले को छुपाने में जुटा विभाग
इस मामले के बाद जानवरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाला वन महकमा पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। घटना के बाद मीडिया को मौके पर जाने से भी रोका जा रहा है। हाथी के शरीर पर चोंट के निशान भी पाए गए हैं। मृत हाथी की उम्र एक से डेढ़ साल की बताई जा रही है।
मुंगेली के लोरमी में नर हाथी की करंट लगने के कारण मौत हो गई।
अधिकारी निर्माण कार्यों में व्यस्त
स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी निर्माण कार्यों में जितनी रुचि दिखाते हैं, उतनी रुचि जंगली जानवरों की सुरक्षा में नहीं दिखाते। यही वजह है कि जहां बेखौफ तरीके से शिकारी शिकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
बड़े पैमाने पर जंगल में कब्जा
स्थानीय लोगों का ये भी कहना है कि खुड़िया वन परिक्षेत्र के जंगल में बड़े पैमाने पर अवैध कब्जा किया जा रहा है, लेकिन वन विभाग मूकदर्शक बनकर देख रहा है। यही वजह है कि हर रेंज में हजारों एकड़ भूमि हर वर्ष अवैध कब्जे की भेंट चढ़ती है।