BILASPUR: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रेलवे कोल साइडिंग में खड़ी ट्रेलर में अचानक आग लग गई, जिससे कैबिन में सो रहा ड्राइवर जिंदा जल गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस जहां बिजली की शार्ट सर्किट से ट्रेलर में आग लगने की आशंका जता रही है। वहीं, आसपास के लोग ड्राइवर की हत्या करने के लिए ट्रेलर में आग लगाने का संदेह जता रहे हैं। पुलिस इस केस की जांच कर रही है। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र के ग्राम नकवेल निवासी अखंड प्रताप सिंह (24) पेशे से ड्राइवर था। वह सीपीएल ट्रांसपोर्ट कंपनी का ट्रेलर चलाता था। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले कोयला लेकर अनलोडिंग करने चकरभाठा क्षेत्र के दाधापारा स्थित रेलवे कोल साइडिंग आया था। इस दौरान कोयला अनलोड करने के बाद वह ट्रेलर खड़ी कर कैबिन में ही सो गया।
पुलिस पहुंची तब जलकर खाक हो चुका था ट्रेलर।
दूसरे ड्राइवर चले गए थे घर, ट्रेलर में आग लगते ही जिंदा जल गया चालक
घटना बीते मंगलवार की रात की बताई जा रही है। काम करने के बाद दूसरे ट्रेलर व ट्रकों के चालक अपनी-अपनी गाड़ी खड़ी कर घर चल दिए थे। वहीं अखंड प्रताप ट्रेलर के कैबिन में ही सो गया। देर रात ट्रेलर में आग लग गई और देखते ही देखते सामने का हिस्सा धू-धूकर जलने लगा, तब किसी को पता नहीं था कि अंदर कैबिन में ड्राइवर सो रहा है। जब तक लोग आग बुझाते, तब तक ट्रेलर जलकर खाक हो चुकी थी।
ट्रेलर के कैबिन में मिला ड्राइवर के हडि्डयों का अवशेष
कर्मचारियों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। खबर मिलते ही सुबह पुलिस मौके पर पहुंच गई। ट्रेलर के कैबिन में जाकर देखने के बाद पता चला कि ड्राइवर भी जलकर खाक हो गया है और उसके हड्डियों के अवशेष बचे हैं। पुलिस ने ट्रेलर मालिक के जरिए ड्राइवर की जानकारी जुटाई और उसके परिजन को सूचना दी। पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि ट्रेलर में बिजली की शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। वहीं, लोग इसे ड्राइवर की हत्या करने के लिए हादसा का रूप देने की आशंका जता रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मामले में आगे की जांच की जाएगी।
घटनास्थल पहुंचकर कर्मचारियों से पूछताछ कर जांच करती रही पुलिस।
कंपनी के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध, सुबह दी पुलिस को सूचना
कंपनी के सुपरवाइजर कमलेंद्र पटेल ने बताया कि घटना मंगलवार की रात 11 से 12 बजे के बीच की है। उसने पुलिस को बताया कि साइडिंग में खड़े वाहन के केबिन में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। हादसे की जानकारी बुधवार को पुलिस को दी गई। जबकि, रात में वहां मौजूद कर्मचारी ट्रेलर में आग लगने का वीडियो भी बना रहे थे और ट्रेलर धू-धूकर जल रही थी। बावजूद उन्होंने इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि रात में ही कंपनी के कर्मचारियों ने इस हादसे की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं। रात भर कर्मचारी क्या कर रहे थे। जिसके कारण कंपनी के कर्मचारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
ट्रेलर के कैबिन में जलकर खाक हो गया था ड्राइवर।
पुलिस बोली- जांच के बाद तय होगी हत्या या हादसा
चकरभाठा टीआई अभय सिंह बैस का कहना है कि बुधवार को दाधापारा रेलवे साइडिंग में ड्राइवर की जलने से मौत होने की जानकारी मिली है। चालक की पहचान के बाद उसके परिजनों को बुलाया गया। उनकी मौजूदगी में शव के अवशेषों को निकालकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फोरेंसिक की टीम भी मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि यह हादसा है या फिर हत्या की साजिश है।