Thursday, November 28, 2024
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CG: वकीलों का हंगामा, जजों के खिलाफ नारेबाजी… बोले- सुनवाई के बिना खारिज कर रहे प्रकरण, जांच पूरी होने के बाद कोर्ट रूम में रखेंगे कदम

वकीलों ने तीन जजों के कोर्ट का बहिष्कार किया गया है, परिसर में हंगामा और नारेबाजी करते हुए। - Dainik Bhaskar

वकीलों ने तीन जजों के कोर्ट का बहिष्कार किया गया है, परिसर में हंगामा और नारेबाजी करते हुए।

BILASPUR: छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर के जिला कोर्ट में वकीलों ने जजों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा मचाया। साथ ही उन्होंने तीनों कोर्ट का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया। वकीलों का आरोप है कि जज बिना सुनवाई के प्रकरण खारिज कर रहे हैं, वकीलों से दुर्व्यवहार करते हैं। वकीलों ने उनकी मौखिक शिकायत करते हुए जांच की मांग की है और जांच पूरी होने तक कोर्ट रूम नहीं जाने की चेतावनी दी है।

मंगलवार को वकीलों ने जिला अदालत में तीन जजों के कोर्ट का बहिष्कार कर दिया। नाराज वकील नारेबाजी करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक साहू के कोर्ट रूम में पहुंच गए। उन्होंने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी नीरज श्रीवास्तव, अंकिता कश्यप और आशीष चंदेहे के खिलाफ मौखिक शिकायत की।

कोर्ट का बहिष्कार कर वकीलों ने जमकर की नारेबाजी।

कोर्ट का बहिष्कार कर वकीलों ने जमकर की नारेबाजी।

डिस्ट्रिक जज से मुलाकात के बाद बैठक में लिया फैसला
जिला अधिवक्ता संघ के सचिव कमल किशोर सिंह ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश से मुलाकात कर शिकायत के बाद संघ की कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई, जिसमें निर्णय लिया गया कि न्यायालय में पदस्थ आशीष चंदेहे, नीरज श्रीवास्तव और अंकिता कश्यप के न्यायालय का आज से बहिष्कार किया जाएगा। संघ ने सभी वकीलों से अपील की है कि आगामी निर्णय तक तीनों कोर्ट में प्रवेश नहीं करें और किसी भी प्रकरण में शामिल न हों। इस दौरान संघ के बैनर तले तीनों कोर्ट का बहिष्कार किया जाएगा।

जिला अधिवक्ता संघ की कार्यकारिणी की बैठक् में आज से कोर्ट के बहिष्कार करने का लिया फैसला।

जिला अधिवक्ता संघ की कार्यकारिणी की बैठक् में आज से कोर्ट के बहिष्कार करने का लिया फैसला।

जजों पर वकीलों ने लगाए ये आरोप
हंगामा करने वाले वकीलों के अनुसार प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी नीरज श्रीवास्तव केस की सुनवाई किए बगैर ही खारिज कर देते हैं, जिसके कारण वकीलों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अंकिता कश्यप पर अधिवक्ताओं से दुर्व्यवाहर करने का आरोप है। जबकि, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी आशीष चेंदेहे पर आरोप है कि 138 के केसस में पिछले दिनों एक वकील को ही जेल भेज दिया गया था। अधिवक्ताओं का आरोप है कि न्यायाधीश ने उसी दिन एक अन्य मामले में स्थाई वारंटी को जमानत दे दी। लेकिन, जमानतदार होने के बाद भी वकील को जेल भेज दिया।




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