*शुक्रवार को गृह विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट शुरू करने के आदेश दिए हैं. यहां मौजूद पुलिस टीम में से ही चुनिंदा अफसरों को लेकर यूनिट बनाई जाएगी.
रायपुर: भूपेश सरकार ने प्रदेश में बेहतर पुलिसिंग के लिए बड़ा फैसला लिया है. छत्तीसगढ़ के तीन बड़े शहरों में अब एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट शुरू होने जा रही है. शुक्रवार को गृह विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट शुरू करने के आदेश दिए हैं. यहां मौजूद पुलिस टीम में से ही चुनिंदा अफसरों को लेकर यूनिट बनाई जाएगी. इसका काम क्राइम और साइबर क्राइम से जुड़े मामलों को देखना होगा.
क्यों पड़ी जरूरत
प्रदेश में छत्तीसगढ़ में साइबर सेल पहले से मौजूद है, जो पुलिस की सामान्य अपराधों में भी टेक्निकल सहयोग करती है. अब एंटी क्राइम साइबर टीम बन जाने से इस यूनिट का काम और भी व्यापक तरीके से हो सकेंगे. इससे पुलिस को बेहतर पुलिसिंग में मदद मिलेगा और मामलों को तेजी से निपटाया जा सकेगा, जिससे प्रदेश में अपराध कम होंगे.
यहां शुरू हुई है नारकोटिक्स सेल
प्रदेश में बढ़ रहे नशे के धंधों के खिलाफ भी सरकार ने कुछ समय पहले बड़ा फैसला लिया था. नशे के धंधे पर नकेल कसने के लिए रायपुर, दुर्ग जिलों में नारकोटिक्स सेल भी शुरू की गई है. इस टीन की बदौलत रायपुर, दुर्ग में बड़ी तादाद में गांजा और ब्राउन शुगर बरामद किया गया है. इसके साथ ही हुक्का बार आदि पर भी ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई है.
पहले भी थी ऐसी यूनिट
छत्तीसगढ़ में पहले से एसआईयू काम कर रही थी. तीन साल पहले कांग्रेस के सत्ता में आते ही प्रदेश के 24 जिलों में क्राइम ब्रांच और स्पेशल इंटेलिजेंस सेल (एसआईयू) को भंग कर दिया गया था. इसके आदेश डीजीपी डीएम अवस्थी ने जारी किया था. तब चर्चा रही थी कि कि क्राइम ब्रांच के अधिकांश अफसर वसूली, रंगदारी का काम करने में लगे थे. इस लिए यह कार्रवाई की गई है.