सरगुजा: एसईसीएल की अमेरा ओपनकास्ट परियोजना में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण समूह में खदान में घुसकर कोयला चोरी कर रहे हैं। प्रतिदिन दो से तीन सौ की संख्या में ग्रामीण कोयला चोरी करने खदान में घुस गए। कोयला चोरी करने से रोक रहे खदान कर्मियों पर ग्रामीण हमला भी कर रहे हैं। रोज लाखों की कोयला चोरी से एसईसीएल प्रबंधन सकते में है। कोयला चोरी रोकने एसईसीएल प्रबंधन ने आईजी एवं एसपी से मिलकर पुलिस का सहयोग भी मांगा है, लेकिन चोरी थम नहीं पा रही है।
एसईसीएल के विश्रामपुर एरिया अंतर्गत संचालित अमेरा खदान भूमि अधिग्रहण के विवाद के कारण पांच सालों तक बंद थी। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस वर्ष एक जनवरी से खदान में कोयला उत्पादन फिर से शुरू हुआ है। अमेरा खदान में उत्पादित कोयला रोड सेल में बेचा जा रहा है, जिसके लिए पहले 50 हजार टन एवं दूसरी बार में एक लाख टन का ई आक्शन हुआ है। एसईसीएल प्रबंधन के लिए अब कोयला चोरी मुसीबत बन गई है।
समूह में खदान में घुस ग्रामीण कर रहे कोयला चोरी
समूह में खदान में घुस रहे ग्रामीण
अमेरा खदान में प्रतिदिन सैकड़़ों की संख्या में ग्रामीण घुसकर कोयला चोरी कर रहे हैं। समूह में ग्रामीण प्रतिदिन 20 से 25 टन कोयले की चोरी कर रहे हैं, जिसकी कीमत दो से ढाई लाख रुपये तक है। तीन दिनों पूर्व कोयला चोरी रोक रहे अमेरा खदान के उपप्रबंधक भगवान तिवारी को ग्रामीणों ने पीट दिया था, इसकी रिपोर्ट लखनपुर थाने में दर्ज कराई गई है।
ईंट भट्ठों में खप रहा अवैध कोयला
अमेरा खदान से चोरी कर ग्रामीण कोयले की सप्लाई ईंट भट्ठों में कर रहे हैं। इसके अलावे ग्रामीणों के घरों में बड़ी मात्रा में कोयला घरों में संग्रहित किया है, जिसकी सप्लाई ट्रकों से बाहर की जा रही है। एसईसीएल प्रबन्धन कोयला चोरी रोकने पूरी तरह लाचार और असहाय नजर आ रहा है।
खदान के बाहर निकालकर संग्रहित कोयला
पुलिस अधिकारियों से लगाई गुहार
कोयला चोरी से परेशान एसईसीएल के अधिकारी सरगुजा रेंज के आईजी, सूरजपुर व सरगुजा एसपी से मुलाकात कर कोयला चोरी से संभावित जानलेवा हादसे की स्थिति से अवगत कराते हुए इस पर रोक लगाने कार्रवाई की मांग भी कर चुके हैं। पुलिस के आला अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद कोयला चोरी और कोयला का अवैध कारोबार नहीं थम पा रहा है।
तीन खदानों से हो रही कोयला चोरी
सरगुजा जिले में संचालित एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की अमेरा ओपनकास्ट परिजयोजना के साथ सूरजपुर जिले की आमगांव ओपनकास्ट परियोजना व गायत्री भूमिगत परियोजना कोयला चोरो के निशाने पर हैं। इन खदानों से भारी पैमाने हो रही कोयला चोरी हो रही है।
एसईसीएल की भी लापरवाही
एसईसीएल भी कोयला चोरी रोकने के लिए एसईसीएल प्रबंधन द्वारा भी पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं। एसईसीएल द्वारा पर्याप्त संख्या में गार्ड नहीं लगाए जा रहे हैं। करीब 300 मीटर के इलाके की फेंसिंग भी नहीं कराई गई है, जहां से ग्रामीण खदान में घुस रहे हैं। नियमों का ताक में रखकर देर शाम तक खदान से रोड सेल की गाड़ियां निकाली जा रही हैं। रोड सेल की गाड़ियों से भी कोयला लूटा जा रहा है।
एसईसीएल प्रबंधन लाचार
मामले में एसईसीएल विश्रामपुर के प्रभारी महाप्रबंधक संजय सिंह ने कहा कि गांव से बड़ी संख्या में लोग कोयला चोरी करने घुस रहे हैं। रविवार को भी मना करने पर मारपीट पर उतारू ग्रामीणों का झुंड भारी मात्रा में कोयला चोरी कर ले गया। हम लगातार पुलिस को कोयला चोरी की सूचना देकर कार्रवाई की मांग कर रहे है। उसके बावजूद कोयला चोरी नही थमने से हम परेशान हैं। पुलिस प्रशासन कोयला चोरी रोकने में सहयोग करे, तभी हमे इस परेशानी से निजात मिलेगी।
करेंगे सख्त कार्रवाई
सरगुजा एसपी विजय अग्रवाल ने कहा है कि अमेरा खदान में कोयला चोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्लानिंग कर रहे हैं। पुलिस कार्रवाई के बाद अमेरा क्षेत्र से कोयला चोरी नहीं होगी। इसपर पूर्णतः अंकुश लगाया जाएगा।
(Bureau Chief, Korba)