Bhilai: दुर्ग हाईवे पेट्रोलिंग की सूझबूझ से एक ट्रक चालक की जान बच गई और बड़ा हादसा होने से टल गया। पेट्रोलिंग टीम ने सड़क पर लहराते चल रहे ट्रक का पीछा कर उसे रुकवाया। चेक करने पर पाया गया कि ट्रक चालक को पैरालिसिस अटैक आया है। टीम ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया। इस तरह न सिर्फ ट्रक चालक की जान बची, बल्कि एक बड़ी सड़क दुर्घटना होने से भी बच गई।
जानकारी के मुताबिक एएसआई राजेश पांडेय हाईवे में बीती रात पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे। देर रात 12 बजे के करीब उन्होंने पाया कि रायपुर से दुर्ग एनएच में नेहरू नगर चौक से पहले एक ट्रक CG 07 MB 1975 काफी लहराते हुए आ रहा है।
राजेश ने सोचा कि चालक शराब के नशे में होगा, कहीं कोई बड़ी सड़क दुर्घटना न हो जाए उन्होंने तुरंत पेट्रोलिंग चालक सूर्या को ट्रक का पीछा करने के लिए कहा। सूर्या ने तेजी से ट्रक का पीछा किया और पेट्रोलिंग वाहन को ट्रक के सामने लगा कर रुकवाया।
वह ट्रक जिसे रुकवा कर बची बड़ी दुर्घटना
जैसे ही ट्रक रुका राजेश पाण्डेय पेट्रोलिंग वाहन से उतर कर ड्राइवर के पास पहुंचे। उन्होंने पाया कि ट्रक के चालक को पैरालिसिस अटैक आया है। वह ड्राइवर केबिन में ही स्टेरिंग के ऊपर गिरा है। अटैक आने की वजह से वह ट्रक को नियंत्रण नहीं कर पा रहा था। एएसआई ने तुरंत ट्रक चालक को नीचे उतारकर अपने वाहन से सुपेला अस्पताल पहुंचाया। वहां उसका इलाज चल रहा है।
हाइवे पेट्रोलिंग
ट्रक चालक देता रहा धन्यवाद
इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में ट्रक चालक एएसआई राजेश पाण्डेय का इस तकलीफ में भी पैर छू रहा है। वह उन्हें शुक्रिया अदा कर रहा है कि उन्होंने उसे देख लिया और समय रहते ट्रक रुकवाकर उसकी जान बचाई। अगर ऐसा नहीं होता तो आगे ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो जाता और उसकी जान भी चली जाती।
प्रदेश में ऐसी और भी घटनाएं आई थी सामने..नीचे पढ़ें
अकलतरा में दो दिन पहले बुकिंग पर परिवार को कोरबा ले जाते समय नगर के अंबेडकर चौक के पास कार के ड्राइवर काे हार्ट अटैक आया और कार चलाते समय ही उसकी मौत हो गई थी। मामला अकलतरा थाना क्षेत्र का है। मस्तूरी निवासी वीरेंद्र कुमार मरकाम ने मस्तूरी के दशरथ तिवारी (46) की कार को किराए पर लेकर अपने परिवार के साथ कोरबा जिले के भैंसमा में रहने वाले रिश्तेदार से मिलने जा रहा था। कार में वीरेंद्र कुमार मरकाम, उसकी पत्नी और दो बच्चे बैठे थे।
कार ड्राइवर सह मालिक दशरथ तिवारी चला रहा था। सुबह लगभग 10 बजे कार जैसे ही अकलतरा के अंबेडकर चौक के पास से गुजर रही थी। ठीक उसी समय दशरथ तिवारी काे हार्ट अटैक आया और वह बेहोश होकर सीट पर ही गिर गया। अचानक ड्राइवर के बेहोश हो जाने के कारण कार में सवार लोगों के होश उड़ गए।
बस चलाते वक्त ड्राइवर को आया हार्ट अटैक
रायगढ में साल भर पहले शहर के जूटमिल इलाके में एक बस बेकाबू होकर पहले कार और फिर ट्रांसफार्मर से टकराई थी। लोग दौड़कर नजदीक आए तो पता चला कि बस ड्राइवर को हार्ट अटैक आने की वजह से हादसा हुआ था। घटना के वक्त बस खाली थी। यह इंड एग्रो कंपनी के स्टॉफ को लेने के लिए जा रही थी। ड्राइवर को अटैक आने की वजह से वह बस पर से नियंत्रण खो बैठा। बस पास ही खड़ी कार से जा टकराई। इस कार को घसीटते हुए बस आगे बढ़ी और ट्रांसफार्मर से भिड़ गई।
बस में ड्राइवर के अलावा दूसरा कर्मचारी था जिसने ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोका। इसके बाद ड्राइवर रमाशंकर मिश्रा को अस्पताल ले जाया गया मगर रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। रमाशंकर बोईरदादर के रहने वाले थे।
पिकअप ने नाबालिग को रौंदा, मौत के बाद बवाल
सक्ती जिले के छपोरा गांव में दो दिन पहले रविवार शाम को पेट्रोल पंप के पास एक पिकअप ने बाइक सवार 17 साल के नाबालिग लड़के को अपनी चपेट में ले लिया था। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए नाबालिग ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। मामला डभरा थाना क्षेत्र का है। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने ढाई घंटे तक चक्काजाम भी कर दिया।
जानकारी के अनुसार, मृतक युवक का नाम जुनैद खान (17 वर्ष) है, जो ग्राम घोघरी का रहने वाला है। वो मजदूरी करता था। रविवार की शाम 4 बजे वो दूसरे की मोटर साइकिल लेकर घूमने के लिए छपोरा गांव की तरफ जा रहा था। वो अपने गांव घोघरी से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर पहुंचा ही था कि तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। जुनौद की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सहित नाबालिग दूर जा गिरा। युवक का शरीर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।