स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमों ने क्रिकेट के सबसे बड़े फाइनल में जगह बना ली है। वनडे वर्ल्ड कप का ये मुकाबला आज दोपहर 2:00 बजे से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। 1 लाख 32 हजार की दर्शक क्षमता वाले स्टेडियम में पहली बार किसी ICC टूर्नामेंट का फाइनल होगा।
स्टेडियम की पिच पर वर्ल्ड कप 2023 में 4 मैच हुए। 3 बार चेज करने वाली और महज एक बार पहले बैटिंग करने वाली टीम को जीत मिली। लेकिन अहमदाबाद के पिच क्यूरेटर का कहना है, ‘फाइनल की पिच थोड़ी धीमी रहेगी और पहले बैटिंग में 300 से ज्यादा रन बनाने वाली टीम को फायदा पहुंचेगा। हालांकि रन चेज में अगर ओस आई तो कोई भी टारगेट हासिल किया जा सकेगा।’
पिच क्यूरेटर का बयान और वर्ल्ड कप मैचों के आंकड़े मेल नहीं खा रहे। ऐसे में जानते हैं कि वर्ल्ड कप 2011 के बाद से इस मैदान पर पिच का बिहेवियर कैसा रहा। दोनों टीमों का प्रदर्शन और टॉप प्लेयर्स कौन रहे।
लगातार चौथे वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा अहमदाबाद
अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम की स्थापना 1982 में हुई, तब इसका नाम सरदार पटेल स्टेडियम था। यहां 1987, 1996 और 2011 के दौरान भी वर्ल्ड कप मैच हुए। नवंबर 2014 में यहां भारत और श्रीलंका के बीच वनडे खेला गया। इस मैच के बाद स्टेडियम का री-कंस्ट्रक्शन हुआ, नया स्टेडियम 2020 में बनकर तैयार हुआ, जिसका नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम रखा गया।
अहमदाबाद में भारत ने 58%, ऑस्ट्रेलिया ने 67% मैच जीते
अहमदाबाद में भारत ने 19 और ऑस्ट्रेलिया ने 6 वनडे खेले हैं। भारत को यहां 11 में जीत और 8 में हार मिली। जबकि ऑस्ट्रेलिया को यहां 4 में जीत और महज 2 में हार का सामना करना पड़ा। यानी टीम इंडिया ने 58% और ऑस्ट्रेलिया ने 67% मैच जीते हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2011 में वनडे वर्ल्ड कप का क्वार्टर फाइनल भी इसी मैदान पर खेला गया। तब भारत को 5 विकेट से जीत मिली था। 2023 के वर्ल्ड कप में भारत ने अहमदाबाद में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड पर 33 रन से करीबी जीत दर्ज की। दोनों टीमें टूर्नामेंट में दूसरी बार मैच खेलेंगी।
पिछले 10 साल में पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने 44% मैच जीते
2011 में वनडे वर्ल्ड कप के बाद स्टेडियम में 9 वनडे खेले गए। पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने 4 और बाद में बैटिंग करने वाली टीमों ने 5 मैच जीते। वर्ल्ड कप 2023 में यहां 4 मैच खेले गए। 3 बार रन चेज और महज एक बार पहले बैटिंग करने वाली टीम को जीत मिली। पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने वर्ल्ड कप में 25% मैच ही जीते। पिछले 10 सालों में भी पहले बैटिंग करने वाली टीमों को 44% बार ही जीत मिली। इस ट्रेंड के हिसाब से यहां पहले बैटिंग करना नुकसानदायक नजर आ रहा है।
ओस की वजह से रन चेज आसान
अहमदाबाद में पिछले 10 सालों में 9 वनडे खेले गए। यहां पहली पारी का औसत स्कोर 246 और दूसरी पारी का औसत स्कोर 226 रन है। तेज गेंदबाजों को 61% और स्पिनर्स को 39% विकेट मिले। टीमें 5.30 के रन रेट से ही स्कोर कर पाती हैं, यानी वर्ल्ड कप का फाइनल भी लो स्कोरिंग हो सकता है।
वर्ल्ड कप में यहां अब तक 300 रन नहीं बने
इस बार के वनडे वर्ल्ड कप में नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर आज 5वां मुकाबला खेला जाएगा। 4 मुकाबलों में कोई भी टीम 300 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सकी। पहली पारी में इंग्लैंड ने 282, पाकिस्तान ने 191, ऑस्ट्रेलिया ने 286 और अफगानिस्तान ने 244 रन बनाए।
- टूर्नामेंट के शुरुआती 4 में से 2 मुकाबलों में न्यूजीलैंड और भारत ने टारगेट आसानी से चेज कर लिया। क्योंकि दोनों ही मौकों पर दूसरी पारी में गिरी ओस ने बैटिंग टीम का काम आसान कर दिया। न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ 36.2 और भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 30.3 ओवर में ही टारगेट चेज कर लिया।
- ऑस्ट्रेलिया यहां स्कोर डिफेंड करते हुए जीतने वाली एकमात्र टीम है, जिसने इंग्लैंड को 253 रन पर ऑलआउट कर 33 रन से मुकाबला जीता था। आखिरी मुकाबले में 245 रन का टारगेट चेज करते हुए साउथ अफ्रीका ने 47.3 ओवर में 5 विकेट गंवा दिए थे।
ओस नहीं होने आई तो पहले बैटिंग फायदेमंद
आखिरी 2 मैचों को ट्रेंड देखें तो पहले बैटिंग करने वाली टीमों को फायदा पहुंचा और रन चेज के दौरान ओस भी नहीं आई। वर्ल्ड कप के दोनों सेमीफाइनल में भी रन चेज के वक्त ओस नहीं आई। जिस कारण भारत ने मुंबई में पहले बैटिंग करते हुए 70 रन से मैच जीत लिया। वहीं साउथ अफ्रीका ने 213 रन के टारगेट में ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट गिरा दिया।
ओस का अगर यही ट्रेंड रहा तो फाइनल में पहले बैटिंग करने वाली टीम को ही फायदा पहुंचेगा। टीम ने अगर पहली पारी में 300 रन बना लिए तो धीमी पिच के कारण रन चेज करने वाली टीम को बहुत परेशानी आएगी।
अगर पिच क्यूरेटर की बात मानें तो स्लो पिच पर पहली पारी मे 300 रन बना लेना ही जीत की गारंटी रहेगी। 275 से 299 तक का स्कोर फाइटिंग टोटल होगा, 250 से 274 तक के स्कोर में दोनों टीमों के पास 50-50 परसेंट जीत का चांस रहेगा। वहीं 250 से कम के टारगेट में रन चेज करने वाली टीम को फायदा पहुंचने के बहुत ज्यादा चांस है।
पिछले 2 IPL में भी बैटर्स को ही सपोर्ट मिला
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में री-कंस्ट्रक्शन के बाद 11 IPL मैच खेले गए। 9 मुकाबले इस साल और 2 मुकाबले पिछले साल। टी-20 फॉर्मेट के इन मुकाबलों में 5 बार पहले बैटिंग और 6 बार चेजिंग टीमों को सफलता मिला। रन रेट भी 8.46 का रहा और करीब 28 रन बनने के बाद एक विकेट गिरा। यानी पिच बैटर्स के लिए ही फायदेमंद रही।
भारत ने 5 मैच पहले बैटिंग और 5 मैच पहले बॉलिंग करते हुए जीते
वनडे वर्ल्ड कप में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों ने 10-10 मैच पूरे खेले। किसी के भी मुकाबले में बारिश के कारण परेशानी नहीं आई। भारत ने टूर्नामेंट के शुरुआती 5 मैच चेज करते हुए और आखिरी 5 मैच पहले बैटिंग करते हुए जीते। ऑस्ट्रेलिया ने 8 मैच जीते और 2 मैच गंवाए। टीम ने पहले और बाद में बैटिंग करते हुए 1-1 मैच गंवाया। वहीं जिन 8 मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली, उनमें टीम ने 4 बार पहले बैटिंग और 4 ही बार बाद में बैटिंग की। यानी पहले बैटिंग और बाद में बैटिंग के मामले में दोनों ही टीमों को बराबर जीत मिली है। ऑस्ट्रेलिया ने तो हार के मामले में भी इसी परसेंटेज को मेंटेन कर रखा है।
अहमदाबाद में कोहली का औसत महज 24 का
अहमदाबाद स्टेडियम में सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने वाले टॉप-5 खिलाड़ियों में 2 आज का फाइनल भी खेलेंगे। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने यहां 6 ही मैचों मे 307 रन बनाए हैं। 51.16 की औसत से उन्होंने 3 फिफ्टी लगाई हैं। जबकि 5वें नंबर पर काबिज विराट कोहली 8 मैचों में 192 रन ही बना सके हैं। वह इस मैदान पर एक भी वनडे शतक नहीं लगा सके, उनका औसत भी महज 24 का ही है।
सिराज 7 और प्रसिद्ध कृष्णा 9 विकेट ले चुके
नरेंद्र मोदी स्टेडियम के टॉप-5 विकेट टेकर में 2 गेंदबाज इस समय टीम इंडिया के स्क्वॉड का हिस्सा हैं। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने यहां 4 वनडे में 7 विकेट झटके हैं, उनकी इकोनॉमी भी महज 4.20 की ही रही। पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भी उन्होंने बाबर आजम और अब्दुल्लाह शफीक के अहम विकेट लिए थे। उनके अलावा हार्दिक पंड्या के रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल हुए तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने इस मैदान पर 3 ही मैचों में 9 विकेट लिए हैं।