BILASPUR: बिलासपुर में कम बरसात के बाद नहर के पानी से खेतों की सिंचाई को लेकर सिर फुटव्वल शुरू हो गया है। एक किसान ने अपनी खेत से पानी ले जाने से मना करते हुए दूसरे किसान पर फावड़े से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में घायल किसान अस्पताल में भर्ती है। वहीं, पुलिस ने आरोपी को हत्या के प्रयास के केस में गिरफ्तार कर लिया है। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।
ग्राम लिटिया में निवासी जोहनलाल साहू रविवार की सुबह नहर के पानी से खेत की सिंचाई कर रहा था। पानी उनके पड़ोसी रामचरण साहू के खेत से होकर उसके खेत में आ रहा है। इस बीच रामचरण भी खेत देखने पहुंचा। उसने जोहनलाल को अपने खेत से पानी ले जाने से मना किया। उसका कहना था कि पानी के तेज बहाव से उसकी फसल खराब हो जाएगा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया और झूमाझटकी हो गई। इस दौरान रामचरण ने फावड़े से जोहन के सिर में मार दिया, जिससे खून से लथपथ होकर वो घायल हो गया।
खेत की रोपाई के दौरान पानी ज्यादा होने पर धान की फसल खराब होने की आशंका रहती है।
भागकर बचाई जान, परिजनों ने अस्पताल में कराया भर्ती
इस हमले में बुरी तरह से घायल जोहन ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। फावड़े से जोहन के आंख के पास माथे में गहरा जख्म लगा है। उसकी हालत देखकर परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। फिलहाल, सिम्स में उसका इलाज चल रहा है।
ड्राइवर बेटे ने पुलिस को दी जानकारी
इस हमले के बाद जोहन ने अपने बेटे पोषण, शत्रुहन और योगेश्वर को घटना की जानकारी दी। योगेश्वर ड्राइवर का काम करता है। पिता को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद वह शिकायत लेकर कोटा थाने पहुंचा और पिता पर जानलेवा हमला करने की जानकारी पुलिस को दी। उसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी रामचरण को गिरफ्तार कर लिया है।
सिंचाई को लेकर शुरू हुआ विवाद
जिले में इस बार बारिश कम हुई है, जिसके कारण खेत सूख गए हैं। हालात यह है कि किसानों की धान की रोपाई नहीं हो पाई है। वहीं, खुर्रा बोनी के बाद खेत सूखने के कारण धान की फसल को नुकसान हो रहा है। किसानों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर जल संसाधन विभाग ने खेतों की सिंचाई करने के लिए नहरों में पानी छोड़ा है, जिसके बाद पानी को लेकर गांव-गांव में विवाद शुरू हो गया है।
दरअसल, कई किसानों ने अपनी खेतों में रोपाई की है। ऐसे में नहर का पानी उनके खेत तक पहुंचेगा तो तेज बहाव में रोपाई की गई धान की फसल उखड़कर खराब हो जाएगी, जिसके कारण किसान खेत से पानी ले जाने से मना कर रहे हैं। वहीं, जिन किसानों के खेत में पानी की जरूरत है, वो किसी तरह अपनी खेत की सिंचाई करने के लिए मशक्कत कर रहे हैं।