Sunday, September 8, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाछत्तीसगढ़: दीपावली महोत्सव बना लोगों के आकर्षण का केन्द्र... छत्तीसगढ़ के पारंपरिक...

छत्तीसगढ़: दीपावली महोत्सव बना लोगों के आकर्षण का केन्द्र… छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प कला-कृतियां, गृह-उपयोगी एवं घरेलू साज-सजावट की सामग्री सस्ते व किफायती दामों पर उपलब्ध

  • 21 अक्टूबर तक चलने वाले आयोजन में उमड़ रही भीड़

रायपुर: छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड हाट परिसर, पंडरी में आयोजित दस दिवसीय हस्तशिल्प एवं हाथकरघा वस्त्रों की ‘‘दीपावली महोत्सव’’ लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। त्यौहार के सीजन में 21 अक्टूबर तक चलने वाले इस आयोजन में लोगों की लगातार भीड़ उमड़ रही है और लोग यहां पर जमकर खरीददारी कर रहे हैं। दीपावली महोत्सव में लोगों को उनकी पसंद के अनुरूप छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प कला-कृतियां, गृह-उपयोगी एवं घरेलू साज-सजावट की सामग्री सस्ते व किफायती दामों पर उपलब्ध है। महज 5 दिनों में ही 20 लाख रूपए से भी अधिक की सामग्रियों की बिक्री हो चुकी है।

21 अक्टूबर तक चलने वाले
आयोजन में उमड़ रही भीड़


गौरतलब है कि इस दीपावली महोत्सव का शुभारंभ 12 अक्टूबर को किया गया। यहां पर सुप्रसिद्ध शिल्पकला, हाथकरघा वस्त्र और साज-सज्जा की सामग्रियां का अनुपम संग्रह प्रदर्शन-सह-विक्रय के लिए उपलब्ध है। इस दस दिवसीय ‘‘दीपावली महोत्सव में हस्तशिल्पकारों और बुनकरों के उत्पादों को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। छत्तीसगढ़ हाट परिसर में लगे प्रदर्शनी में 81 से भी अधिक स्टॉल लगाएं गए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प ढोकरा शिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, कालीन शिल्प, शीसल शिल्प, गोदना शिल्प, तुमा शिल्प, टेराकोटा शिल्प और छिंद कांसा के शिल्पकला एवं हाथकरघा वस्त्रों में कोसे की साड़ियां, दुपट्टा, सलवार सूट, ड्रेस मटेरियल, बेडशीट एवं विभिन्न प्रकार की रेडीमेड वस्त्र, माटी शिल्प, खादी बोर्ड और बिलासा के स्टाल 71 स्टॉल और अन्य प्रदेशों के 10 स्टॉल शामिल हैं। दीपावली महोत्सव में आने वाले लोग खरीददारी के साथ-साथ यहां बने फूड जोन में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लुफ्त उठा रहे हैं। ‘‘दीपावली महोत्सव’’ आम लोगों के लिए प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular