काेरबा (BCC NEWS 24): एसईसीएल के दीपका खदान में पुख्ता सुरक्षा के दावे के बीच फिर से डीजल चाेर घुसकर आतंक मचाने लगे हैं। बुधवार की रात बड़ी संख्या में पहुंचे डीजल चाेराें ने सुरक्षा बल पर पत्थरबाजी की। इस दाैरान एसईसीएल सुरक्षा विभाग का एक जवान घायल हाे गया, जिसे अस्पताल दाखिल कराया गया। काेयला खदान में काेयला चाेरी और डीजल चाेरी का वीडियाे वायरल हाेने के बाद एसईसीएल व पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा का दावा किया था, लेकिन हकीकत नहीं बदली।
कुछ दिन शांत रहने के बाद डीजल चाेर गिराेह फिर से सक्रिय हाेकर खदान में बेखाैफ घुसकर पहले की तरह खदान में खड़े मशीन व वाहनाें से डीजल चाेरी कर रहे हैं। सुरक्षा कर्मियाें या कर्मचारियाें के राेकने पर अपनी दहशत कायम रखने के लिए आतंक भी मचा रहे हैं। बुधवार की रात दीपका खदान में डीजल चाेर गिराेह काे घेरने की काेशिश सीआईएसएफ और एसईसीएल के विभागीय सुरक्षा जवानाें की संयुक्त टीम ने की। इस दाैरान डीजल चाेराें ने उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
बड़े-बड़े पत्थर से हमला हाेते देख संयुक्त टीम के जवान बचने के लिए भागे। इस दाैरान माैके पर माैजूद एसईसीएल के विभागीय जवान बीके सिंह के पैर में बड़ा पत्थर लगने पर वह घायल हाेकर गिर गया। डीजल चाेराें के हमला करके भागने के बाद साथी जवानाें ने माैके पर पहुंचकर उसे नेहरू शताब्दी अस्पताल गेवरा पहुंचाया। उनका इलाज जारी है। हालांकि दीपका पुलिस के मुताबिक घटना की लिखित शिकायत अब तक एसईसीएल की ओर से नहीं दी गई है।
सरगना ने डीजल चाेराें की बढ़ा दी संख्या
काेयलाचंल में सक्रिय डीजल चाेर गिराेह के सरगना काे ऐसा संरक्षण मिला हुआ है कि खदान में डीजल चाेरी के दाैरान दुस्साहस के साथ कैंपर से सीआईएसएफ जवानाें काे राैंदने की काेशिश का वीडियाे वायरल हाेने के बाद भी अवैध काराेबार बंद नहीं हुआ है। बल्कि अब पहले से ज्यादा मात्रा में डीजल चाेरी कराया जा रहा है। इसके लिए डीजल चाेराें की संख्या भी बढ़ा दी गई है जाे एक साथ खदान में घुसते हैं।
इस दाैरान सामने विराेध करने वालाें पर हमला कर दिया जाता है। सुरक्षा बल के जवानाें ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बुधवार की रात पत्थरबाजी करने वालाें की संख्या 100 से अधिक थी। सभी के हाथ में पहले डीजल के डिब्बे थे। संयुक्त टीम में करीब 30 जवान शामिल थे। संख्या अधिक हाेने के कारण पत्थरबाजी करते हुए वे भारी पड़े ताे बचने के लिए जवानाें काे भागना पड़ा।