बिलासपुर /सीपत: नरगोड़ा में 5 साल के मासूम समीर की लाश उसके घर के ही पीछे बने पत्थर खदान के पानी में तैरते हुए मिली है। ग्राम नरगोड़ा निवासी परमेश्वर यादव का 5 वर्षीय पुत्र समीर यादव 12 अगस्त की शाम 5 बजे आंगन से बछड़े को हांकते हुए घर के बाजू में पत्थर खदान तक गया थाथाना प्रभारी टीआई हरीश टांडेकर ने बिलासपुर एनडीआरएफ की टीम को बुलवाकर सात घंटे तक पत्थर खदान के 20 फीट गहरे पानी में रेस्क्यू करने की कोशिश की थी, लेकिन सफलता नही मिली थी। तीसरे तीन समीर की लाश उसी पत्थर खदान में तैरती मिली। गांव में संचालित अवैध पत्थर खदान ने मासूम समीर की जान लेकर चंद मिनटों में एक हंसता खेलता परिवार उजाड़कर रख दिया।
तीसरे दिन बड़े पापा ने देखी
घटना के तीसरे दिन रविवार की सुबह समीर के बड़े पापा रामेश्वर यादव ने पत्थर खदान में समीर की लाश तैरते देखी तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। टीआई ने पानी से बॉडी निकलवाया और मौके पर ही पीएम कराकर लाश परिजनों को सौंप दिया।
नुकीले पत्थर के बीच फंसी थी समीर की लाश : पत्थर खदान के किनारे में ही 15 फीट की गहराई है। आशंका है कि खाई के अंदर भारी भरकम नुकीली पत्थर है, इसी में गिरकर समीर की बॉडी फंस गई होगी। रेस्क्यू दल ने इसी जगह रेस्क्यू करने का प्रयास किया था।