सिंगापुर: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने शनिवार को सिंगापुर में पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय फाइटर जेट गिरने के दावों पर बात की।
उन्होंने कहा कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे? CDS ने यह बात ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में कही। वे यहां शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे हैं।
ब्लूमबर्ग का सवाल: क्या पाकिस्तान ने संघर्ष के दौरान भारतीय जेट गिराए? क्या आप इसकी पुष्टि कर सकते हैं।
CDS चौहान का जवाब: असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे और हमने उनसे क्या सीखा। भारत ने अपनी गलतियों को पहचाना, उन्हें जल्दी सुधारा और फिर दो दिन के भीतर दुश्मन के ठिकानों को लंबी दूरी से निशाना बनाकर एक बार फिर प्रभावी तरीके से जवाब दिया।
ब्लूमबर्ग का सवाल: पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने 6 भारतीय जेट गिराए, क्या ये सही है?
CDS चौहान का जवाब: बिल्कुल गलत है। गिनती मायने नहीं रखती, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने क्या सीखा और कैसे सुधार किया। इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की नौबत नहीं आई, जो कि एक राहत की बात है।
इससे पहले 12 मई को एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती से पूछा गया था कि क्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल पाकिस्तान में क्रैश हुआ या मार गिराया गया?
पाकिस्तान ने 7 मई को 5 भारतीय लड़ाकू विमान गिराने का दावा किया था
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। 7 मई को ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संसद में दावा किया था कि हमने भारत के हमले के जवाब में कार्रवाई की, जिसमें 5 भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया। पांच विमानों में 3 राफेल थे। बाद में पाकिस्तान 6 भारतीय विमान गिराने का दावा करने लगा था।
CDS चौहान बोले- पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते का दौर खत्म
CDS जनरल अनिल चौहान ने शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में ‘भविष्य के युद्ध’ विषय पर अपनी बात रखी। पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर कहा, ‘अब भारत बिना किसी रणनीति के कोई काम नहीं करता है। पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंध कायम रखने का दौर खत्म हो चुका है।’
CDS चौहान ने याद दिलाया कि कैसे PM मोदी ने अपने पहले शपथ ग्रहण में पाकिस्तान के तत्कालीन PM नवाज शरीफ को न्योता भेजा था। उन्होंने कहा कि ताली बजाने के लिए दोनों हाथ चाहिए होते हैं, लेकिन अगर बदले में सिर्फ दुश्मनी ही मिले तो दूरी बनाए रखना एक समझदारी भरा फैसला है।
उन्होंने कहा, ‘जब भारत को आजादी मिली थी, तब पाकिस्तान सामाजिक विकास, GDP या फिर प्रति व्यक्ति आय जैसे कई मामलों में भारत से आगे था। अब स्थिति बदल गई है। अब भारत, पाकिस्तान से हर मोर्चे पर आगे है। यह बदलाव किसी संयोग की वजह से नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति का नतीजा है।’

शांगरी-ला डायलॉग के दौरान जनरल चौहान ने जापान, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कई अन्य देशों के रक्षा अधिकारियों से मुलाकात की।
CDS के डॉयलाग की 4 बड़ी बातें, कहा- भारत ने खुद की टेक्नोलॉजी पर भरोसा किया
- अब युद्ध पहले जैसे नहीं रह गए हैं। अब युद्ध जमीन, हवा, समुद्र के अलावा साइबर और अंतरिक्ष जैसे नए क्षेत्रों में भी लड़े जा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी स्वदेशी तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल किया।
- पाकिस्तान ने भले ही चीनी या पश्चिमी सैटेलाइट तस्वीरों का इस्तेमाल किया हो, लेकिन भारत ने आकाश मिसाइल सिस्टम जैसी खुद की टेक्नोलॉजी पर भरोसा किया। भारत ने युद्ध के लिए जरूरी नेटवर्क और रडार प्रणाली को खुद से खड़ा किया और यह हमारी बड़ी कामयाबी रही।
- युद्ध में आजकल एक और चुनौती है- गलत जानकारी और अफवाहें। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी हमारे सैनिकों को काफी समय फर्जी खबरों का मुकाबला करने में देना पड़ा। भारत की रणनीति यह रही कि बिना जल्दबाजी किए, पक्के तथ्यों के साथ अपनी बात रखी जाए।
- ऑपरेशन के शुरुआती दिनों में दो महिला अफसर मीडिया से बात कर रही थीं, क्योंकि उस वक्त सीनियर अफसर वास्तविक ऑपरेशन में व्यस्त थे।

(Bureau Chief, Korba)