नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर 20-21 अगस्त को मॉस्को जाएंगे। वहां वे रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा और रणनीतिक साझेदारी जैसे मुद्दों पर बात करेंगे।
यह दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जब भारत रूसी तेल खरीद की वजह से अमेरिकी टैरिफ का सामना कर रहा है। ट्रम्प ने भारत पर कुछ 50% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।
यह टैरिफ दो स्टेज में लागू होगा। पहला 25% टैरिफ 7 अगस्त से शुरू हो चुका है, जबकि दूसरा हिस्सा 27 अगस्त से लागू होगा। भारत कह चुका है कि वो अपने आर्थिक हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
पीएम मोदी ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन के हालात पर चर्चा की। इसके अलावा, पिछले हफ्ते राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने भी मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की थी। यह मुलाकात अमेरिका के टैरिफ की घोषणा के अगले दिन हुई थी।
भारत ने रूस से तेल आयात को अपनी आर्थिक जरूरत बताया है, क्योंकि रूस 2022 से भारत को सस्ता तेल दे रहा है। रूस अब भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर है। 2025 में भारत हर दिन रूस से 17.8 लाख बैरल क्रूड ऑयल खरीद रहा है।

(Bureau Chief, Korba)