Kanker: कांकेर में फिर से एक बार भालुओं ने रिहायशी इलाके में दस्तक दिया है। डुमाली के एक सूने घर में मादा भालू अपने शावक के साथ घुस आई है। भालुओं को घर से निकालने सुबह से वन विभाग की टीम जुटी हुई है।
दरअसल, बीती रात रविवार को शहर से लगे ग्राम डुमाली निवासी शिवलाल मंडावी के जर्जर मकान में मादा भालू अपने शावक के साथ जंगल से निकल कर सूने मकान में घुस आई। उसके बाद शावक को घर में ही छोड़कर भोजन की तलाश में गांव की ओर रुख कर लिया।
शावक को लेने वापस आई मादा भालू
वहीं दूसरे दिन सोमवार सुबह जब मादा भालू शावक को लेने वापस घर में घुस रही थी, तब ग्रामीणों की नजर पड़ी। गांव के सरपंच ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची वन अमला भालुओं को घर से निकालने में जुटी हुई है।
जामवंत परियोजना के तहत डुमाली भालुओं के लिए रहवास क्षेत्र
कांकेर के आस-पास के पहाड़ियों में भालू बड़ी संख्या में मौजूद हैं। भालुओं की संख्या को देखते हुए 2014-15 में जामवंत परियोजना लाया गया था। इसके अंतर्गत 30 हजार हेक्टेयर भूमि को भालुओं का रहवास क्षेत्र घोषित किया गया है। इसमे डुमाली भी शामिल है।
वृक्ष में नहीं लग रहे फल
जामवंत परियोजना के तहत इन क्षेत्रों में जामुन, बेर, अमरूद सहित कई फलदार वृक्ष लगाए गए थे। इनमें फल नहीं लगने के कारण भालू रहवासी क्षेत्रों की ओर रुख कर घरों में घुस रहे हैं। भालू घर में रखे तेल व अन्य राशन समान खा जाते है।