KORBA: कोरबा हत्या के मामले जेल से जमानत पर छूटकर अपने घर पहुंचे आरोपी ने मुख्य गवाह को जान से मारने के इरादे से उसके ऊपर टांगी से हमला कर दिया। घटना में गवाह की जान बाल-बाल बच गई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मामला लेमरु थाना क्षेत्र का है। दरअसल, ग्राम पेंड्राडीह में पांच साल पहले आरोपी आंतूराम ने एक भिखारी की हत्या कर दी थी। मामले में छोटकाराम व उसका बेटा जगमोहन मुख्य गवाह थे। इस मामले में आरोपी जेल में था। जमानत पर रिहा होने के बाद आरोपी आंतूराम अपने गांव आया था। इसके बाद से वह बदला लेने की मंशा से छोटकाराम व उसके पुत्र को जान से मारने की योजना बना रहा था।
आरोपी हुआ फरार
इस बीच आरोपी आंतूराम की मुलाकात गांव में ही एक दशगात्र कार्यक्रम में छोटकाराम से हो गई। जहां आरोपी ने छोटकाराम पर टांगी से हमला कर घायल कर फरार हो गया। हमले में छोटकाराम को मामूली चोट आई है। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद खुजुर ने बताया कि अस्पताल मेमो के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर आरोपी आंतूराम की तलाश कर रही है।
ये था पूरा मामला
आरोपी आंतूराम ने एक भिखारी की हत्या कर उसे रेत में दफना दिया था। इस घायल छोटकाराम के बेटे ने देख लिया था और इसकी सूचना पिता को दी थी। इसके बाद दोनों इस मामले में गवाह बन गए। इस मामले में आरोपी को जेल हो गई थी। जिसके बाद से आरोपी छोटकाराम और उसके बेटे के प्रति रंजिश रखता था।