Tuesday, July 1, 2025

कोरबा: डॉक्टर पर मारपीट करने का आरोप… टेबल हटाने की बात को लेकर विवाद, डॉक्टर ने फार्मासिस्ट को पीटा,​​; जांच में जुटी स्वास्थ्य विभाग

KORBA: कोरबा के कोरकोमा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर पर फार्मासिस्ट के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। पीड़ित फार्मासिस्ट और एक महिला कर्मचारी ने मारपीट करने का दावा किया है। जबकि डॉक्टर इससे साफ इनकार कर रहे हैं। शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि तथ्यों के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक कोरबा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है, जहां पर फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा से टेबल हटाने की बात को लेकर डॉ. एमएल भारिया ने मारपीट की। फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा ने बताया कि वह आयुष्मान विभाग में फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ है। मगंलवार सुबह ड्यूटी पर आने के बाद डॉक्टर एम एल भारिया ने टेबल और कुर्सी को अंदर रखने के लिए कहा।

फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा

फार्मासिस्ट सखाराम पैकरा

फार्मासिस्ट ने बताया कि अकेले होने के कारण वह टेबल और कुर्सी अंदर नहीं कर पाए। जब चपरासी अंदर आया, उसके बाद अंदर करने जा ही रहा था कि इस दौरान डॉ. एमएल भारिया पीछे से आकर उसे मार दिए। जिससे वह जमीन पर गिर गया। इस बीच दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया। मारपीट के बाद मौके पर बवाल मचा। इसके बाद इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को दी गई।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले भी मिल चुकी है कई शिकायत।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले भी मिल चुकी है कई शिकायत।

अस्पताल की एक सफाई कर्मचारी ईशा राठिया ने बताया कि टेबल हटाने की बात पर विवाद के बाद यह घटना हुई। एम एल भरिया ने मारपीट की है। जबकि डॉ एम एल भारिया का कहना है कि शनिवार को कायाकल्प योजना की बैठक के बाद एक स्थान से टेबल हटाने के लिए उन्होंने सखाराम को कहा था।

डॉ. का कहना है कि फार्मासिस्ट ने पहले मना किया और बाद में विवाद शुरू कर दिया। पहले फार्मासिस्ट ने हाथ उठाया और मैंने बचाव किया तभी वह गिर पड़ा। मैंने उससे कोई मारपीट नही की।

मारपीट होने की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।

मारपीट होने की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।

स्वास्थ्य केंद्र में मारपीट होने की शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मामले की जांच के लिए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दीपक सिंह राज पहुंचे। बीएमओ ने बताया कि कर्मचारी और डॉक्टर से पूछताछ की गई है। इससे पहले भी यहां पर कई तरह की शिकायत मिली थी। इसके बाद इंक्रीमेंट रोकने की अनुशंसा की गई थी।


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