KORBA: कोरबा के कटघोरा वन मंडल के पनगवा कंजर पहाड़ इलाके में 11 केवी विद्युत लाइन के संपर्क में आने से लगभग 20 साल के हाथी की मौत हो गई थी। वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। डीएफओ ने वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत जांच कार्रवाई करने की बात कही है।
दरअसल, बीते दिन सोमवार को कटघोरा वन मंडल के पसान वन परिक्षेत्र में हाथी की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि समय पर विद्युत लाइन को ठीक किए जाने से इस घटना को टाला जा सकता था।
घटनास्थल पर कुछ दिनों से सक्रिय था हाथी
जानकारी के अनुसार मृत दंतैल हाथी घटनास्थल पर कुछ दिनों से सक्रिय था। वहीं इस इलाके से छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी की 11 केवी क्षमता वाली विद्युत लाइन गुजरती है। कुछ समय से ये बिजली की लाइन के झूलने से संभावित खतरा बना हुआ था और इस बीच हाथी की मौत हो गई।
दंतैल हाथी घटनास्थल पर कुछ दिनों से सक्रिय था।
डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि हाथी के सिर का संपर्क बिजली तार से होने के कारण उसकी जान चली गई। समस्या को लेकर कुछ समय पहले हमने सीएसपीडीसीएल को अवगत कराया गया था। वहीं वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि हाथी की मौत का मामला अपने आप में गंभीर है। इसकी जांच के साथ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हाथियों के उत्पाद से संबंधित समस्याएं दो दशक से भी ज्यादा समय से बनी हुई है।
हाथियों के कारण लोगों को हो रहा नुकसान
गौरतलब है कि कोरबा जिले में हाथियों के उत्पाद से संबंधित समस्याएं दो दशक से भी ज्यादा समय से बनी हुई है। इस साल विभिन्न वन मंडल में लोगों के साथ-साथ मवेशियों की मौत हुई है जबकि संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है। जंगली जानवरों से होने वाली मौत के मामलों में सरकार प्रभावित परिवारों को 6 लाख रुपए की सहायता राशि दी जा रही है, जबकि फसल व अन्य नुकसान के लिए भी प्रावधान किए गए हैं।