Monday, May 20, 2024
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बुजुर्ग दंपती की गला रेतकर हत्या… 4 एकड़ जमीन हथियाने सिलघट में बुधवार रात 9 बजे के बाद हुई हत्या, गुरुवार सुबह दोनों की लाश मिली

बेमेतरा: जिले के बेरला थाना अंतर्गत ग्राम सिलघट में बुजुर्ग दंपती सुखी राम निषाद (72) और उसकी पत्नी श्यामबाई (65) की गला रेत कर हत्या कर दी गई। दाेनों का शव घर में ही बरामद किया गया है। मामले की जानकारी मिलने पर बेरला थाना पुलिस घटना स्थल पहुंचकर जांच में जुटी हुई है। पुलिस की माने तो घटना स्थल पर हाथापाई के भी निशान मिले हैं। शव का पंचनामा कर पीएम के लिए बेरला भेजा गया है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस द्वारा संपत्ति विवाद सहित अलग-अलग एंगल पर जांच की जा रही है।

मृतक सुखी राम निषाद (72 वर्ष) और उनकी पत्नी श्यामबाई गांव से लगभग ढाई किमी दूर खुड़मुड़ा मार्ग पर लोरनाला से 100 मीटर की दूरी पर अपने खेत में बने मकान में रहते थे। यहां रहकर खेती का काम देखते थे। उसके पास लगभग 4 एकड़ जमीन थी। एडिशनल एसपी बेमेतरा पंकज पटेल ने बताया कि मृतक सुखी राम निषाद के खेत में ग्रीष्म कालीन धान की फसल लगी हुई है।

गुरुवार की सुबह उसके खेत में कुछ मवेशी चले गए थे, जिसे देखकर पड़ोस के किसान अजय पानिक ने सुखी राम को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आया। तब किसान अजय पानिक ने पास जाकर देखा कि फसल को मवेशी चर रहे हैं और सुखी राम खाट पर सो रहा है। उसके गर्दन पर चोट के निशान नजर आ रहे हैं।

तब इसकी सूचना अजय पानिक ने ट्रैक्टर चालक संजय बंछोर और आसपास काम कर रहे मजदूरों को दी। तब ड्राइवर ने ग्राम पंचायत सिलघट के उपसरपंच अश्वनी वर्मा को फोन पर घटना की सूचना दी। गांव के पंच राजेश वर्मा, सेवा राम बंछोर,किरपा निषाद, मृतक सुखी राम के भतीजे के पुत्र संजय निषाद को फोन कर सुखी राम के मृत्यु की आशंका की सूचना दी।

हत्यारों के द्वारा महिला के गहनों से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। सूचना पर बेरला थाना से पुलिस टीम पहुंचकर जांच शुरू की। सुखी राम का शव मकान के बाहर था, जबकि उसकी पत्नी का शव कमरे के अंदर पड़ा हुआ था। श्री पटेल ने बताया कि घटना स्थल देखकर लगता है कि हत्यारों के साथ हाथापाई हुई होगी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दुर्ग से फॉरेंसिक जांच टीम मौके पर पहंुची, लिए सैंपल

घटना की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग से फॉरेंसिक जांच टीम को बुलाया गया। टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच के नमूने लिए। हत्या धारदार हथियार से गले पर वार कर की गई है। बेमेतरा से भी डॉग स्क्वायड टीम बुलाई गई है। शुरूआती जांच में पुलिस को कोई क्लू नहीं मिला है। एएसपी श्री पटेल ने बताया कि पुलिस टीम जांच कर रही है। लेकिन शुरुआती तौर पर कोई क्लू नहीं मिला है। ग्रामीणों से बातचीत में मृतक का किसी के साथ कोई विवाद जैसी बात सामने नहीं आई है। हत्या का कारण जमीन विवाद हो सकता है। अन्य सभी पहलुओं पर भी जांच की जा रही है। सायबर टीम को भी एक्टिव किया गया है। जांच के लिए सभी एंगल पर काम की जा रही है।

घर के आसपास खेत, रात में लोगों का आना-जाना कम

पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती यह है कि मृतक का घर गांव से लगभग ढाई किमी दूर है। अगर बस्ती में होता तो किसी के द्वारा हत्या के दौरान चीखपुकार सुनाई पड़ती। साथ ही हत्यारों के बारे में जल्दी क्लू मिल सकता था। लेकिन जिस स्थान पर सुखीराम का घर है, वहां आसपास खेत है। रात में लोगाें का आना जाना कम ही होता है। पुलिस विवेचना कर रही है।

जानिए, मृतक दस साल पूर्व भिलाई में करता था काम

मृतक सुखी राम निषाद 10 वर्ष पहले भिलाई इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन(बीईसी) में स्थायी रूप से कार्यरत थे। पुलिस ने बताया कि जहां से सेवानिवृत होकर पत्नी के साथ ग्राम सिलघट में आकर खेती बाड़ी का काम करने लगे थे। साथ ही दरी सिलाई का कार्य भी करते थे। मृतक दंपती के दो बेटे बसंत निषाद और भूषण निषाद हैं। दोनों की शादी हो चुकी है और अपने परिवार के साथ जीविकोपार्जन के लिए जामुल में रहते हैं।

मृतक ब्याज पर देता था पैसा

ग्राम पंचायत सिलघट के उपसरपंच अश्वनी वर्मा सहित ग्रामीणों की माने तो मृतक सुखीराम निषाद ब्याज में भी पैसा देता था। उन्होंने गांव के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी ब्याज में पैसे दे रखा था। लेकिन इसे लेकर कोई विवाद भी हुआ था इसकी कोई पुष्ट जानकारी नहीं है। ग्रामीणों ने भी आशंका जताई है कि हत्या का कारण पैसों के लेन देन का भी हो सकता है।

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