जशपुर: जिले में पहाड़ी कोरवा परिवार ने फांसी लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली है। पति-पत्नी और 2 बच्चों समेत 4 लोगों की लाश फांसी पर लटकी हुई मिली है। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दे दी है। बगीचा थाना क्षेत्र के सम्हार बहार बस्ती की घटना बताई जा रही है।
बगीचा थाना पुलिस के मुताबिक, ग्रामीणों से मिली सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर रवाना कर दी गई है। फिलहाल आत्महत्या की वजहों का खुलासा नहीं हो पाया है। बता दें कि पहाड़ी कोरवा एक संरक्षित जनजाति है, जिन्हें राष्ट्रपति ने गोद लिया है।
मृतकों का नाम राजुराम कोरवा, भिनसारी बाई, बेटी देवंती और एक साल का बेटा देवन है।
आत्महत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ की संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा प्रदेश के उत्तर-पूर्व और उत्तर में स्थित जिलों में पाई जाती है। यह जनजाति सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर जिलों के घने जंगलों में रहती है। छत्तीसगढ़ में कुल 42 जनजातियां पाई जाती हैं। जिनमें से 7 को राज्य सरकार ने विशेष पिछड़ी जनजाति घोषित किया है। इन्हीं जनजातियों में से एक पहाड़ी कोरवा जनजाति भी है।
पति-पत्नी और 2 बच्चों की लाशें पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है।