बलरामपुर: जिले के रामानुजगंज तहसील में धान खरीदी का मामला उजागर होने और प्रभारी तहसीलदार के निलंबन के बाद पटवारी संघ लामबंद हो गया है। इसके विरोध में पटवारियों ने 8 फरवरी को कलम बंद हड़ताल भी की।
धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले में जांच के बाद 12 पटवारी, 6 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, 6 खरीदी प्रभारी, 6 कम्प्यूटर ऑपरेटर और 3 प्रबंधकों को दोषी पाया गया है। जांच अधिकारियों ने इन सभी कर्मचारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की अनुशंसा की है। अब जांच टीम की अनुशंसा के बाद पटवारी खुद को निर्दोष साबित करने में लगे हुए हैं।
![कमिश्नर ने प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता को निलंबित कर दिया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/09/76132eb4-3620-43d4-9981-07cca4d1f7da_1707406531536.jpg)
कमिश्नर ने प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता को निलंबित कर दिया।
दरअसल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रदेश में 4 फरवरी को खत्म हो गई है। इसके बाद रामानुजगंज तहसील के लगभग आधा दर्जन धान खरीदी केंद्रों में दूसरे मद की जमीन से धान खरीदी किए जाने का मामला उजागर हुआ था। इस पर स्थानीय प्रशासन ने 3 अलग-अलग टीम बनाकर जांच करवाई थी। इसमें ये पाया गया कि धान खरीदी में लगभग साढ़े 3 करोड़ की राजस्व की हानि शासन को हुई है।
कर्मचारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की अनुशंसा
कलेक्टर ने रामानुजगंज के प्रभारी तहसीलदार रहे विष्णु गुप्ता पर कार्रवाई की अनुशंसा कमिश्नर से की थी। जिसके बाद कमिश्नर ने प्रभारी तहसीलदार को निलंबित कर दिया। जांच टीम ने 12 पटवारियों, 6 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों, 6 खरीदी प्रभारी, 6 कम्प्यूटर ऑपरेटर और 3 प्रबंधकों को भी धान खरीदी में गड़बड़ी करने का आरोपी माना है। टीम ने इन सभी पर FIR दर्ज करने की अनुशंसा की है।
वहीं पटवारियों की मांग है कि मामले की जांच दोबारा कराई जानी चाहिए। जो भी गड़बड़ियां उजागर हुई हैं, वह तहसीलदार की डिजिटल आईडी से की गई है। पटवारियों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा कर आगे रणनीति बनाई जाएगी।
जांच में मिली गड़बड़ी, रिपोर्ट मिलने पर प्रभारी तहसीलदार निलंबित
तीनों समितियों में पंजीकृत किसानों के वास्तविक और खरीदी के लिए दर्ज रकबे में अंतर पाया गया था। जांच रिपोर्ट मिलने पर सरगुजा कमिश्नर जीआर चुरेंद्र ने प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता को निलंबित कर दिया। रकबा बढ़ाकर किसानों से 3.63 करोड़ रुपए अधिक धान की खरीदी की गई।
निलंबन के दौरान प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता को सूरजपुर जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
कलेक्टर ने रोका भुगतान
कलेक्टर आर. एक्का ने बलरामपुर जिले की तीनों समितियों भंवरमाल, त्रिकुंडा और महावीरगंज क्षेत्र में आने वाले किसानों के धान का भुगतान रोक दिया था। 2 बार आदेश जारी कर 6 फरवरी तक धान खरीदी के भुगतान पर रोक लगा दी गई थी। कलेक्टर आर एक्का ने बताया कि जिन किसानों का रकबा बढ़ा है, उनका भुगतान रोक दिया गया है। बाकी किसानों को आहरण की अनुमति दे दी गई है।
(Bureau Chief, Korba)