Saturday, April 20, 2024
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BCC News 24: कोरबा- चॉइस सेंटर में पुलिस का छापा.. 74 फर्जी वोटर ID कार्ड, मोबाइल, लैपटॉप समेत कई सामान जब्त, जानिए किस तरह धोखाधड़ी को अंजाम देता था आरोपी

छत्तीसगढ़: कोरबा में फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाने वाले चॉइस सेंटर पर पुलिस ने छापा मारा। यहां से 74 फर्जी वोटर ID कार्ड बरामद किए गए हैं। दर्री पुलिस ने शनिवार को चॉइस सेंटर के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही मोबाइल, लैपटॉप, डेस्क टॉप, सीपीयू, प्रिंटर, स्कैनर, लैमिनेटर भी जब्त किए गए हैं।

ASP अभिषेक वर्मा ने बताया कि जिले में कुछ दिनों से फर्जी वोटर ID कार्ड बनाकर उनके विभिन्न स्थानों पर परिचय पत्र के रूप में उपयोग किए जाने की खबरें मिल रही थीं। इस बारे में एसपी संतोष सिंह ने सभी थानों को जांच के निर्देश दिए थे। इसी दौरान दर्री थाने को सूचना मिली कि प्रेमनगर जेलगांव चौक के पास संचालित गज्जू डिजिटल नाम के चॉइस सेंटर में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। यहां का संचालक गजेंद्र साहू फर्जी वोटर ID कार्ड बना रहा है, जिसका उपयोग विभिन्न माइक्रो फाइनेंस कंपनियों, बैंक और अन्य जगहों पर परिचय पत्र के रूप में किया जा रहा है।

इसके बाद दर्री थाना पुलिस ने CSP लितेश सिंह के निर्देश पर गज्जू चॉइस सेंटर पर नजर रखनी शुरू की। जिसमें पता चला कि फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाने की शिकायत बिल्कुल सही है। इसके बाद पुलिस ने गज्जू चॉइस सेंटर पर छापा मारा। पहले तो संचालक गजेंद्र साहू आरोपों से इनकार करता रहा, लेकिन जब पुलिस ने उसके सामने सबूत रखे, तो फिर उसने जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वो अब तक सैकड़ों फर्जी वोटर कार्ड बना चुका है। फिलहाल पुलिस ने चॉइस सेंटर के कंप्यूटर और मोबाइल से 74 फर्जी वोटर आईडी कार्ड जब्त किए।

इस तरह फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाता था आरोपी

ASP अभिषेक वर्मा ने बताया कि शासन ने चॉइस सेंटर के माध्यम से वोटर आईडी कार्ड बनाने का काम लगभग 1 साल पहले ही बंद कर दिया है। मतदाता पहचान पत्र भी सीधे वोटर के पते पर ही भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन गजेंद्र साहू अपने चॉइस सेंटर की आईडी से किसी मतदाता परिचय पत्र का एपिक नंबर निकाल लेता था और उस कार्ड में फोटो और एड्रेस किसी और का प्रिंट कर देता था। निर्वाचन अधिकारी के हस्ताक्षर वाले स्थान पर ये एसडीएम कटघोरा के स्कैन हस्ताक्षर को प्रिंट कर देता था। ये वोटर आईडी कार्ड एकदम सही दिखाई देते थे। जब तक कोई एपिक नंबर चेक न करे, इनके फर्जी होने का पता नहीं चल पाता था।

कुछ और आरोपियों की तलाश भी जारी

एएसपी ने कहा कि कुछ और लोगों के नाम भी जानकारी में सामने आए हैं, जो एजेंट का काम करते हुए फोटो और डाटा कलेक्ट करके गजेंद्र साहू को देते थे। उन पर भी जांच के बाद जल्द कार्रवाई की जाएगी। दर्री पुलिस निर्वाचन कार्यालय से भी जानकारी ले रही है। दर्री पुलिस ने आरोपी गजेंद्र साहू के खिलाफ अपराध क्रमांक 269/22 IPC की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

इन पुलिसकर्मियों की भूमिका रही अहम

इस कारवाई में CSP लितेश सिंह के नेतृत्व में थाना दर्री के उपनिरीक्षक इंद्रजीत नायक, प्रधान आरक्षक मोतीलाल पोर्ते, अशोक पांडे, आरक्षक अशोक चौहान, सलीमुद्दीन, गजेंद्र रजवाड़े, लीलाधर चंद्रा, संजय और रामेश्वरी कंवर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। SP संतोष सिंह ने कोरबा में ज्वाइनिंग के साथ ही ये जता दिया था कि अवैध कारोबार में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने के निर्देश थाना प्रभारियों को दिए थे।

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