मध्यप्रदेश: चंबल का डकैत कल्ली गुर्जर सलाखों के पीछे है। पुलिस ने जब उसके क्राइम की कुंडली खंगाली, तो कई रोचक किस्से भी सामने आए। पहला- कल्ली के अपराधों की कहानी जिस घर से शुरू हुई, अंत भी उसी घर में हुआ। दूसरी- लड़की को दिल देने और दूल्हा बनने की जिद ने गैंग का सफाया करवा दिया। दरअसल, 2021 में मुरैना जिले के पहाड़गढ़ गांव के गोपाल गुर्जर से मारपीट करने पर डकैत कल्ली गुर्जर की पहचान बनी थी। 2022 अप्रैल में उसी गोपाल गुर्जर की नातिन पर बुरी नीयत ने डकैत कल्ली के करतूतों पर विराम लगा दिया। कल्ली खूंखार डकैत गुड्डा गुर्जर का सक्रिय सदस्य रहा है। आखिर कैसे शादी की जिद डकैत के साथ-साथ गैंग के अंत की वजह बन गई। जानते हैं डकैत की क्राइम फाइल…।
पुलिस ने डकैत के सदस्यों को भी पकड़ लिया। (फाइल फोटो)
32 वर्षीय डकैत कल्ली गुर्जर का जन्म निरार थाना क्षेत्र के चाचुल गांव में हुआ था। कल्ली गुर्जर ने पहला बड़ा अपराध वर्ष 2021 में पहाड़गढ़ गांव में ही किया था। वह भी वृद्ध गोपाल गुर्जर के यहां। झगड़े की शुरुआत तब हुई, जब गोपाल गुर्जर ने कल्ली से वादा किया था कि वह उसकी शादी एक लड़की से करा देगा। जिस लड़की से शादी कराने का वादा किया, उसका ब्याह दूसरे के साथ हाे गया। इस पर कल्ली गुर्जर ने गोपाल गुर्जर के लड़के को बंधक बनाकर झोपड़ी में डाल दिया। उसके साथ मारपीट की थी। बंधक इसलिए बनाया, ताकि गोपाल गुर्जर पहले उसकी शादी करा दे, नहीं तो वह उसके बेटे को जाने नहीं देगा। इस पर पहाड़गढ़ थाने में उसके खिलाफ बंधक बनाने व मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ।
डकैत कल्ली गुर्जर का पैर फ्रैक्चर हो गया।
नाबालिग पोती से शादी नहीं कराने पर चलाए 28 राउंड
26 अप्रैल 2022 की रात कल्ली गुर्जर साथी बंटी गुर्जर व जितेन्द्र गुर्जर के साथ पहुंचा। यहां गोपाल गुर्जर से कहा कि वह उसके साथ पोती की शादी कर दे, नहीं तो उसे मार डालेगा। गोपाल ने इनकार किया, तो कल्ली ने लड़की की मां रामबाई और गोपाल को लात-घूंसे और लाठियों से पीटा। रामबाई के पैर में गोली मारी, जिससे वह घायल हो गई थी। उसने 28 राउंड फायरिंग की। इसके बाद लड़की के परिवार ने थाने में कल्ली और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
डकैत गुड्डा के साथ चलाई थीं गोलियां
गुड्डा गुर्जर डकैत की गैंग के साथ ही कल्ली गुर्जर ने निरार क्षेत्र में ही सितंबर 2021 में फायरिंग की थी। जिस पर निरार थाना पुलिस ने उसके खिलाफ फायरिंग करने व धमकी आदि का मामला दर्ज किया था।
निरार में की थी छीना-झपटी
कल्ली गुर्जर गुड्डा गैंग का सक्रिय सदस्य था। उसके गैंग के साथ कल्ली ने निरार क्षेत्र में छीना-छपटी और छोटे-मोटे अपराध किए थे। जिस पर निरार थाने में वर्ष सितंबर 2022 में उसके खिलाफ मारपीट व छीना झपटी का केस दर्ज किया गया था।
जंगल में पुलिस से भागने की कोशिश में कल्ली गिर पड़ा था। इससे उसका पैर फ्रैक्चर हो गया।
सुभाषपुरा शिवपुरी में चलाई थी गोलियां
डकैत गुड्डा गुर्जर की गैंग के सक्रिय सदस्य रहने के दौरान वर्ष 2021 में कल्ली गुर्जर ने अवैध वसूली को लेकर सुभाषपुरा गांव में गोलियां चलाकर मारपीट की थी। 2021 में शिवपुरी के सतनबाड़ा क्षेत्र में युवक का अपहरण किया था। फायरिंग करते हुए डकैती डाली थी। मुरैना के जौरा में भी एक केस कल्ली के नाम दर्ज है।
डकैत कल्ली पर दर्ज केस
- 1. पहाड़गढ़ थाना: धारा 342, 323, 506 का केस दर्ज है।
- 2. पहाड़गढ़ थाना: धारा 458, 336, 323, 294, 506, 34, 307 के तहत केस।
- 3. निरार थाना: धारा 382, 34 के तहत केस दर्ज।
- 4. निरार थाना: धारा 336, 323, 294, 506 के तहत आरोपी है।
- 5. सुभाषपुरा जिला शिवपुरी: में अपराध क्रमांक 118/21 दर्ज है। इसी थाने में दूसरा अपराध क्रमांक 149/21 में भी मारपीट के मामले में आरोपी।
- 6. जौरा थाना: कल्ली के खिलाफ अपराध क्रमांक 57/14 दर्ज है।
पकड़ में आने पर छटपटाया डकैत कल्ली
जब शनिचरा के जंगल में थाना रिठौरा कला थाना प्रभारी संजय किरार व क्राइम ब्रांच की टीम ने कल्ली को पकड़ा, तो भागने की कोशिश में वह गिर पड़ा। इससे उसका पैर फ्रैक्चर हो गया। पुलिस ने उसे पकड़ा, तो छटपटाने लगा। गैंग में मुखिया कल्ली गुर्जर, उसका भाई बंटी गुर्जर, दोस्त जीतू उर्फ जितेन्द्र गुर्जर, बहनोई गिर्राज गुर्जर (इसका मकान भी ढहाया गया)। तीन सहयोगियों को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। इस तरह कल्ली गुर्जर गैंग का सफाया हो चुका है।
पुलिस ने मददगारों को लिया कब्जे में
कल्ली पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने पहले उसके मददगारों पर निशाना साधा। उसके मददगारों के नंबर ट्रेसिंग पर डालकर पकड़ा। पुलिस के इस एक्शन पर उसके मददगार दूर होते चले गए। आखिर में कल्ली की किसी ने मदद नहीं की। उल्टा मुखबिरी कर दी।
साइबर सेल की मदद से कल्ली को दबोचा
पुलिस ने कल्ली गुर्जर को पकड़ने के लिए कैलारस थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह के नेतृत्व में टीम गठित की। उसमें पहाड़गढ़ व रामपुर थाने की टीमें भी शामिल की गईं। मुरैना पुलिस की साइबर सेल टीम के प्रभारी सचिन पटेल ने डकैतों के मोबाइल नंबर के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि स्याही की टेक गांव का सरपंच निर्मल गुर्जर कल्ली गुर्जर व उसके भाई को पनाह देता है। फिर क्या था, उन्होंने सरपंच को बराबर फॉलो किया। जैसे ही, जितेन्द्र गुर्जर व राजेश गुर्जर सरपंच निर्मल गुर्जर के सम्पर्क में आए उन दोनों को धर दबोचा।