Sunday, September 8, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाBCC News 24: CG न्यूज़- बिलासपुर में मध्यान्ह भोजन से बिगड़ी 22...

BCC News 24: CG न्यूज़- बिलासपुर में मध्यान्ह भोजन से बिगड़ी 22 बच्चों की तबीयत.. स्कूली बच्चों को दिया गया था मध्यान्ह भोजन, स्कूल से घर पहुंचते ही होने लगी उल्टी-दस्त

छत्तीसगढ़: बिलासपुर में मध्यान्ह भोजन के बाद 22 बच्चों की तबीयत बिगड़ने से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल, बच्चे स्कूल से जब अपने-अपने घर पहुंचे, तब उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। इससे परेशान परिजनों ने पहले बच्चों का घेरलु उपचार करने का प्रयास किया। लेकिन, बच्चों की हालत बिगड़ने पर रविवार को उन्हें नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती लेकर पहुंचे। इधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भी गांव पहुंच गई। बीमार बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी भर्ती कराया गया है। घटना कोटा ब्लाक के सोनसाय नवागांव की है।

शनिवार दोपहर बाद बच्चे जब स्कूल से अपने घर पहुंचे, तब एक-एक कर उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उल्टी-दस्त होने लगी। बच्चों के बीमार होने पर परिजनों ने घरेलु उपचार शुरू कर दिया। लेकिन, कुछ देर बाद पता चला कि गांव के दर्जन भर से ज्यादा बच्चों की तबीयत बिगड़ गई है। तब ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मितानीन और सरपंच को दी। मितानीन ने भी बच्चों को जरूरी दवाइंया दी। फिर भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ।

कोटा और रतनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा बच्चों का इलाज।

कोटा और रतनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा बच्चों का इलाज।

22 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, डायरिया का कर रहे थे इलाज
रविवार की सुबह गांव के 22 बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उन्हें लगातार, उल्टी दस्त हो रही थी। लिहाजा, इस घटना की जानकारी खोंगसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. मिथलेश भारद्वाज को दी गई। इस बीच कुछ बच्चों को लेकर परिजन अस्पताल पहुंच गए थे। जानकारी मिलते ही कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से टीम भेजी गई है। गांव से बच्चों को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोंगसरा लाया गया। यहां गंभीर बच्चों को इलाज के लिए कोटा और रतनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। बीमार बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

डायरिया की आशंका से शुरू की जांच तब पता चला फूड पॉइजनिंग हुआ
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डायरिया की आशंका को लेकर गांव में जांच की तो पता चला कि बीमार होने वाले सभी स्कूली बच्चे हैं। गांव में कोई भी बड़े बीमार नहीं हैं। पूछताछ में यह भी पता चला कि सभी बच्चे शनिवार को स्कूल गए थे, जहां उन्हें मध्यान्ह भोजन दिया गया था। भोजन करने और स्कूल की छुट्‌टी होने पर बच्चे घर पहुंचे, तब उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया बीमार बच्चों को डायरिया नहीं। बल्कि, फूड पॉइजनिंग होने की आशंका है।

उल्टी-दस्त से परेशान बच्चों के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग को दी जानकारी।

उल्टी-दस्त से परेशान बच्चों के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग को दी जानकारी।

गांव में लगा शिविर, ग्रामीणों को किया अलर्ट
ग्राम सोनसाय नवागांव पहुंचे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एहतियातन बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती करा दिया है। वहीं, ग्रामीणों को समझाइश दी गई है कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती कराएं। सोमवार की सुबह से स्वास्थ्य विभाग की टीम फिर से गांव जाएगी। इस दौरान शिविर लगाकर गांव के लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। ताकि और भी कोई बीमार हो तो उनका इलाज किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को अलर्ट किया है कि पानी उबालकर पीना चाहिए। इससे पानी के हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।

पानी के सैंपल लेने का काम शुरू
गांव में डायरिया फैली है कि बच्चे विषाक्त भोजन खाकर बीमार हुए हैं। इसकी तो पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन , स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतना शुरू कर दिया है। शाम को ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) की टीम गांव पहुंच गई और गांव के अलग-अलग क्षेत्रों से पानी का सैंपल लिया है। वहीं शाम में ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी घर-घर दस्तक देकर मरीजों की तलाश शुरू कर दी है।

पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती।

पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती।

माध्यान्ह भोजन की होगी जांच
कोटा BMO डा. निखिलेश गुप्ता ने बताया कि बच्चों को उल्टी, दस्त हो रही है। लक्षण डायरिया के नजर आ रहे हैं। यही लक्षण विषाक्त भोजन करने से भी होता है। यह भी जानकारी लगी है कि बच्चे मध्यान्ह भोजन करने से बीमार पड़े हैं। ऐसे में सोमवार को संबंधित स्कूल की भी जांच की जाएगी। वहां बनने वाले भोजन व रखी खाद्य सामग्रियों की जांच भी जांच की जाएगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular