Sunday, May 5, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाBCC News 24: BIG न्यूज़- 10 मिनट में रेत में रखे पापड़...

BCC News 24: BIG न्यूज़- 10 मिनट में रेत में रखे पापड़ सिक गए, VIDEO वायरल.. 47 डिग्री में तपते बॉर्डर पर जवानों ने दिखाया- वे कितने मुश्किल हालात में डटे हैं

राजस्थान: बीकानेर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर जवानों ने गर्मी का प्रचंडता दिखाने के लिए अनूठा प्रयोग दिया। इसका उन्होंने वीडियो भी बनाया। वीडियो में दो जवान हाथ में 2-2 कच्चे पापड़ लिए नजर आते हैं। जवानों ने इन पापड़ को रेत में दबाया। 10 मिनट बाद रेत हटाकर देखा तो पापड़ सिके हुए थे। जवानों ने एक पापड़ को तोड़कर भी दिखाया।

प्रयोग का मकसद क्या : इस वीडियो में एक जवान बोलता है कि वो आम जनता को बताना चाहते हैं कि सीमा पर सैनिक किन विषम परिस्थितियों से जूझते हुए देश सेवा के लिए जुटे रहते हैं। जवानों के लिए भी इस गर्मी में संसाधन जुटाने की अपील की गई है, ताकि उन्हें भी गर्मी से बचाया जा सके। BSF DIG पुष्पेंद्र सिंह का कहना है कि यहां हर बार इतनी गर्मी पड़ती है। हमारे जवानों के हौसले गर्मी से भी ज्यादा सख्त है।

रेत में पापड़ दबाते जवान। ऐसा इसलिए किया ताकि आम लोगों को बता सकें कि सेना के जवान कितनी विषम परिस्थितियों में देश सेवा के लिए बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

रेत में पापड़ दबाते जवान। ऐसा इसलिए किया ताकि आम लोगों को बता सकें कि सेना के जवान कितनी विषम परिस्थितियों में देश सेवा के लिए बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

गर्मी का लेवल : पश्चिमी राजस्थान के सभी जिले गर्मी और लू की चपेट में आ गए हैं। बीकानेर में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। कई किलोमीटर में फैले रेगिस्तान में शहरों की तुलना में ज्यादा गर्मी पड़ रही है। वहां तापमान रिकॉर्ड करने का कोई साधन नहीं है, लेकिन कई लोगों का अनुमान है कि यहां तापमान 50 डिग्री से ज्यादा हो सकता है।

BSF ने अब मचान पर कूलर लगाने शुरू कर दिए हैं। मचान के पास ही सोलर प्लेट्स लगाई गई हैं, ताकि बिजली मिलती रहे।

BSF ने अब मचान पर कूलर लगाने शुरू कर दिए हैं। मचान के पास ही सोलर प्लेट्स लगाई गई हैं, ताकि बिजली मिलती रहे।

गर्मी में सेना की क्या तैयारी : बीएसएफ ने जवानों को गर्मी से बचाने के लिए मचान पर कूलर लगा दिए हैं। इससे छह घंटे की सख्त ड्यूटी करने वाले जवान को कुछ देर के लिए आराम मिलता है। ये कूलर हर मचान के पास लगाया गया है, जहां पानी डालने की व्यवस्था भी की गई है। जवानों को इससे काफी हद तक राहत मिली है। इन कूलर्स को चलाने के लिए सोलर सिस्टम लगाया गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular