Saturday, May 18, 2024
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केंद्रीय मंत्री ने की आदिपुरुष बैन करने की मांग… रेणुका बोलीं- CM बघेल से आशा, श्री राम के ननिहाल में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाएंगे

रायपुर: छत्तीसगढ़ में फिल्म आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने की है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए ये मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है। उन्होंने फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति भी दर्ज की है। फिल्म आदिपुरुष 16 जून को रिलीज होने के फौरन बाद से ट्रोल हो रही है। आम लोग भी सोशल मीडिया पर फिल्म के निर्माता, निर्देशक और लेखक को काेस रहे हैं। दूसरी तरफ इस फिल्म के मेकर्स 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार होने का दावा भी कर रहे हैं।

रेणुका सिंह की पोस्ट।

रेणुका सिंह की पोस्ट।

आदिवासी विभाग की केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए लिखा- फ़िल्म आदिपुरुष, जो रामायण पर आधारित है। जिसमें हमारे आराध्य श्रीराम, माता जानकी, वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरीके से किया गया है। पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से भद्दे डायलॉग्स बोले गये हैं, इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी चाहते हैं फिल्म पर लगे बैन
बिलासपुर से सांसद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अरुण साव ने भी फिल्म आदिपुरुष को छत्तीसगढ़ में बैन करने की मांग की है। पार्टी की ओर से साव के जारी किए गए बयान में कहा गया है कि- सोशल मीडिया के माध्यम से फिल्म आदिपुरुष के कुछ क्लिप की जानकारी मिली है। फिल्म में भाषा, वेशभूषा और सनातन संस्कारों से छेड़छाड़ किया गया है। ये फिल्म धार्मिक भावना को आहत करती है, मैं कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता हूं। छत्तीसगढ़ शासन को ऐसी फिल्म प्रदेश में बैन करनी चाहिए।

CM की सोशल मीडिया पोस्ट।

CM की सोशल मीडिया पोस्ट।

मुख्यमंत्री खुद जता चुके हैं नाराजगी
CM भूपेश बघेल ने ट्वीट में लिखा- मैंने ‘आदिपुरुष’ के बारे पढ़ा और सुना। अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आख़िर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फ़िल्म को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है, हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है। केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा। हमारे भांचा राम का अपमान हम नहीं सहेंगे. ज़िम्मेदार लोग माफ़ी मांगें। आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीर को पहले विकृत किया गया, और अब उनके पात्रों द्वारा अमर्यादित शब्द बुलवाए गए। हमारे आराध्य देव जिनके प्रति हमारी आस्था है उनके पात्रों से ऐसा शब्द बुलवाना आपत्तिजनक है। इसकी मैं निंदा करता हूं।

एक दिन पहले शनिवार को इसपर मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा था- फिल्म में बजरंग बली से बजरंग दल वाले शब्द बुलवाए गए हैं। हमारे जितने भी आराध्य देव हैं उनकी छवि बिगाड़ने का काम हो रहा है। पहले भगवान राम और हनुमान जी का भक्ति से सराबोर सौम्य चेहरा दिखाई देता था। ये तस्वीर हमारे पुरखों ने बनाई थी। लेकिन इस फिल्म में भगवान राम को युद्धक राम और बजरंगबली को एंग्री बर्ड के तौर पर दिखाया जा रहा है। हालांकि अब तक प्रदेश सरकार ने आधिकारिक रूप से इस फिल्म को बैन नहीं किया है।

आदिपुरुष बनी विवादों वाली फिल्म पर ऐसा क्यों
कॉन्ट्रोवर्शियल डायलॉग, जिन पर लोगों को आपत्ति है

  • कपड़ा तेरे बाप का! तेल तेरे बाप का! जलेगी भी तेरे बाप की। (हनुमानजी ने रावण के बेटे इंद्रजीत से कहा)
  • तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया। (इंद्रजीत ने हनुमानजी से कहा)
  • जो हमारी बहनों को हाथ लगाएगा उनकी लंका लगा देंगे। (हनुमानजी ने रावण की सभा में कहा)
  • आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं। (विभीषण ने रावण से कहा)
  • मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है। (लक्ष्मण के ऊपर वार करने के बाद इंद्रजीत ने कहा)

इन डायलॉग्स को लिखने वाले राइटर मनोज मुंतशिर को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है। लोग उनसे सवाल कर रहे हैं कि ऐसे संवाद रामायण के किस वर्जन में लिखे हैं। क्या रामायण में ऐसे शब्दों का कहीं उल्लेख है। फिल्म को बैन करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसे हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने लगाया है। इसमें फिल्म के कई सीन, डायलॉग्स और किरदारों को हटाने की मांग की गई है।

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