उत्तरप्रदेश: कासगंज में एक शिक्षिका ने सुसाइड करते हुए लाइव वीडियो बनाया। महिला ने फोन में वीडियो रिकॉर्ड करते हुए जहर खा लिया। कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई। वीडियो में उसने पति और ससुराल वालों का जिक्र किया। इसमें वह कह रही है,”बाय… मैं जा रही हूं। अब आप लोग खुश रहना। बहुत परेशान किया है न आप लोगों को। अब कभी परेशान नहीं करूंगी।” यह पूरा मामला कोतवाली गंज डुडवारा क्षेत्र का शुक्रवार का है। महिला टीचर का नाम रंजना था।
रंजना के परिवार के लोग उसकी मौत के बाद से बहुत दुखी हैं। वो लोग उससे लिपट कर रो रहे हैं।
मामले में महिला के मायके वालों ने उसके पति, सास-ससुर, ननद और मौसी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पिता की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए पति और सास-ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, ननद और मौसी की तलाश की जा रही है। महिला ने 17 मार्च को अपने ससुराल में जहर खाया था। रविवार को पुलिस को जांच में दौरान महिला के मोबाइल से उसका सुसाइड का वीडियो मिला है।
साल 2016 में हुई थी रंजना की शादी
रंजना की उम्र 33 साल थी। रंजना गंज दुण्डवारा के वैदिक कन्या देवी इंटर कॉलेज में शिक्षिका थी। रंजना मैनपुरी की रहने वाली थी। उसकी शादी साल 2016 में कासगंज के महेन्द्र पाल से हुई थी। रंजना की एक पांच साल की बेटी भी है। जिसका नाम आदी है। वीडियो में रंजना उसका ख्याल रखने की बात कह रही है। रंजना का पति प्राइवेट नौकरी करता है।
ये रंजना और उसके पति की फोटो है। शादी के बाद से ही रंजना के साथ उसके पति ने मारपीट शुरू कर दी थी।
गिरफ्तार परिजन जाएंगे जेल, बाकी की तलाश जारी
इस मामले में गंज डुंडवारा कोतवाली प्रभारी हरिभान सिंह राठौर ने बताया कि मामले में मृतका के पिता धर्मेन्द्र सिंह की तहरीर पर पति महेन्द्र सिंह, ससुर नेकसे लाल, सास मंजू लता, ननद और मौसी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पति, ससुर और सास को उनके एक रिश्तेदार के गांव से गिरफ्तार किया गया है। उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। बाकी की तलाश जारी है। सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। महिला ने अपने मोबाइल में जहर खाने का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
अब आगे पढ़िए बेटी की मौत पर क्या बोले पिता
मृतक बेटी के पिता रोते हुए बोले-मेरी बेटी को इन लोगों ने बहुत परेशान किया।
पिता धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “मेरी बेटी पढ़ने में बहुत होशियार थी। पढ़ाई के दौरान ही उसने डिसाइड कर लिया था कि उसे शिक्षा के क्षेत्र में जाना है। दसवीं, बरहवीं के दौरान ही आस-पास के बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाया करती थी। ग्रेजुएशन करने के बाद उसने बीएड कंपलीट किया।
इसके बाद उसकी नौकरी लग गई। हमने बड़े ही धूमधाम से 2016 में कासगंज के रहने वाले महेंद्र पाल से बेटी की शादी की। अपनी क्षमता से ज्याद उसे दान दहेज दिया। शादी के बाद उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था। शादी के दो साल बाद उसे एक बेटी पैदा हुई।
हम लोग बहुत खुशी-खुशी नातिन के लिए सारा सामना लेकर गए। तब भी वहां सब ठीक था। लेकिन पिछले तीन सालों से अचानक उन लोगों ने बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया। जब बेटी का फोन आता तो वह बातचीत करते-करते रोने लगती थी। हम लोग कई बार ससुरालवालों को समझाया, लेकिन उनकी प्रताड़ना बंद नहीं हुई।
17 मार्च को आया तबीयत खराब होने का फोन
धर्मेंद्र सिंह का कहना है, “हम लोग अपनी बेटी की इस हालत को लेकर परेशान रहते थे। इस बार सोचा था कि अगर नहीं माने तो मामला पुलिस तक पहुंचाएंगे। लेकिन 17 मार्च को ससुराल वालों का फोन आया कि रंजना की तबीयत खराब है। हम लोगों उनसे तुरंत ससुराल पहुंचने की बात कही। इस पर बेटी के ससुराल वालों ने मना कर दिया कि हम उसे इलाज के लिए जिले से बाहर ले जा रहे हैं।”
पिता बोले- हमें गुमराह करते रहे
बेटी रंजना की मौत के बाद पिता धर्मेंद्र सिंह ने कहा, “ससुराल वाले हम लोगों को लगातार गुमराह करते रहे। कहा कि बेटी की तबीयत ठीक नहीं है। उसे अस्पताल ले जाया जा रहा। हमें कभी आगरा तो कभी बरेली ले जाने के बारे में बताते रहे। ये लगातार झूठ बोलते रहे। ये लोग बेटी को कहीं नहीं ले गए थे। हमें केवल इधर-उधर घुमाते रहे। जब हम परेशान होकर बेटी के ससुराल पहुंचे तो उसकी लाश आंगन में रखी हुई थी। घर से सभी लोग फरार थे। रंजना की 5 साल की बेटी आदी पड़ोसी के घर पर थी। हम लोगों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। जांच के लिए बेटी का मोबाइल को अपने कब्जे में लिया।”
‘हम लोग उसी दिन बेटी को वहां से लाने वाले थे’
पिता ने बताया कि कुछ दिन पहले हम लोगों की बात बेटी से हुई थी। तब उसने फोन पर बताया था। ये लोग मुझे परेशान कर रहे हैं। हम लोग उसको जिस दिन लेने जाने वाले थे उसी दिन उसकी मौत हो गई। इन लोगों ने बेटी को इतना परेशान किया कि वो जान देने के लिए मजबूर हो गई।
ये लोग उसके पैसे छीन लेते थे…
पिता ने बताया कि मेरी बेटी कमाती थी, तब भी ये लोग उसे पैसों के लिए तरसाते थे। उसके सारे पैसे छीन लेते थे। उसकी बेटी को भी उससे दूर रखने की कोशिश करते थे। मैं इन लोगों को पैसे भी भेजता रहता था। उसके बाद भी ये लोग बेटी को परेशान करते थे। मेरी बेटी को सभी लोग मिलकर मारते थे। पड़ोस में रहने वाली लड़के की मौसी भी मेरी बेटी को प्रताड़ित करती थी। मेरी बेटी को ये लोग भूखा रखते थे। वो बहुत ज्यादा टूट गई थी।