छत्तीसगढ़: बिलासपुर में अवैध कब्जा धारकों पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। शिकायत के बाद भी प्रशासन के कार्रवाई नहीं करने से नाराज ग्रामीणों ने दर्जन भर मकान और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। इसके चलते गांव में जमकर बवाल हुआ। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनका आक्रोश देख सब शांत हो गए। यहां तक कि तहसीलदार और SDM भी खामोश ही खड़े रहे। मामला तखतपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम बेलमुंडी का है।
दरअसल, गांव वाले गौठान और शासकीय जमीन में लगातार हो रहे अतिक्रमण से परेशान थे। ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने अवैध कब्जा हटाने के लिए कई बार तहसील कार्यालय में जाकर शिकायत की। साथ ही जिला प्रशासन से भी अतिक्रमण तोड़ने की मांग की। आरोप है कि इसके बाद भी राजस्व अफसर ग्रामीणों की मांग को नजर अंदाज कर दिया। इसके कारण ग्रामीणों का आक्रोश मंगलवार को भड़क गया।
गांव में अतिक्रमण हटाने एकजुट हुए ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन को भी किया नजरअंदाज।
ग्राम पंचायत में पास किया प्रस्ताव
प्रशासन ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पास किया और अतिक्रमण हटाने की सूचना भी दी। इसके बाद भी राजस्व अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस पर मंगलवार दोपहर 12 बजे एकजुट होकर ग्रामीणों ने बुलडोजर मंगाया और पक्के मकान और दुकानों पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। इसके बाद तो हंगामा हो गया। थोड़ी ही देर में SDM महेश शर्मा, तहसीलदार राजेंद्र भारत, नायब तहसीलदार गुरु दत्त पंचभाई और मनीषा झा पहुंच गए।
दो मंजिला मकान में भी चलवा दिया बुलडोजर और देखते रहे अफसर।
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए अफसरों ने जिला मुख्यालय को इस घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद बिलासपुर से बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव रवाना किया गया। राजस्व अफसरों के इशारे पर हिर्री TI बृजलाल भारद्वाज ने JCB चालक को रोक दिया और खाकी का रौब दिखाकर गाली देते हुए उसकी पिटाई कर दी। इससे भड़के ग्रामीणों की भीड़ TI भारद्वाज से उलझ गई। मारपीट करने से नाराज ग्रामीणों ने TI से धक्का-मुक्की करते हुए झूमाझटकी शुरू कर दी।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी बेजाकब्जा हटाने नहीं की जा रही थी कार्रवाई।
किसी तरह बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में सहयोग देने कहा। फिर पुलिस की मौजूदगी में ही ग्रामीणों ने करीब 10 मकान, 10 दुकान और झोपड़ियों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी ग्रामीणों की कार्रवाई को देखती रह गई। हालांकि, TI बृजलाल भारद्वाज ने विवाद व हाथापाई से इंकार किया है। कहा कि ग्रामीणों ने मिलकर खुद ही गांव का कब्जा हटाया है। राजस्व अफसरों के साथ वह लॉ एंड आर्डर ड्यूटी पर थे।
पुलिस के रोकने पर मचा बवाल, विवाद की स्थिति भी बनी।
पूर्व सरपंच भाजपा नेता सहित अन्य रसूखदारों ने किया है कब्जा
ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय जमीन पर दो बार गांव में सरपंच रहे भाजपा नेता विश्राम कौशिक के साथ ही अन्य रसूखदारों ने अतिक्रमण कर मकान व दुकान बना लिया है। इसके चलते गांव में शासकीय जमीन नहीं बची है। उनकी देखा-देखी कई ग्रामीणों ने मकान बनाकर जमीन को घेर कर कांटा तार लगा लिया है।