Wednesday, May 15, 2024
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ऐसे कैसे होगी कार्रवाई:​​​​​​​ स्क्रैप व्यापारी से 4 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी, पुलिस ने FIR दर्ज करने में ही लगा दिए 7 महीने…

छत्तीसगढ़ के भिलाई में स्क्रैप खरीदने के नाम पर एक ट्रेडर्स से 4 लाख रुपए से ज्यादा ठग लिए। पुलिस ने भी इस मामले की जांच में 7 माह लगा दी और फिर FIR दर्ज की।

  • भिलाई नगर क्षेत्र के व्यापारी ने 22.67 टन स्क्रैप तार बेचा था, बदले में जो चेक मिला वह भी बाउंस हो गया
  • व्यापारी ने जून 2020 में की थी थाने में शिकायत, पुलिस ने जांच के बाद फरवरी 2021 में दर्ज किया मामला

भिलाई/ छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक स्क्रैप व्यापारी से 4 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी हो गई। एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ने उससे 22.67 टन स्क्रैप तार खरीदा और भुगतान भी नहीं किया। बार-बार रुपए मांगने पर चेक दिया तो वह भी बाउंस हो गया। इस पर व्यापारी ने भिलाई नगर थाने में लिखित शिकायत कर दी, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच कर FIR दर्ज करने में ही सात महीने से ज्यादा लगा दिए। फिलहाल अब मामले की जांच हो रही है।

जानकारी के मुताबिक, सतेंद्र सिंह की हुड़को सेक्टर में में एपेक्स इंटरप्राइजेस के नाम से फर्म है। वह स्क्रैप तार ट्रेडिंग का काम करते हैं। उनका फरवरी 2019 में अंबिकापुर स्थित एसएन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी से एक ट्रक तार बेचने का सौदा हुआ था। उसी दिन उन्होंने 4.03 लाख रुपए का 22.67 टन तार लोड कराकर भेज दिया। माल मिलने के बाद तत्काल ही भुगतान करने की बात कही थी, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी रुपए नहीं मिले।

आरोपियों ने चेक भेजा, लेकिन वह भी बाउंस हो गया
सतेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि कंपनी की ओर से मुस्तेबाज खान (सानु खान) लेन-देन की बात किया करते थे । कंपनी के मालिक अनवारूल खान को भी बताया गया, उन्होंने भी भरोसा दिलाया था। एक बार और माल लिया था, जिसका भुगतान कंपनी के खाते से किया गया था। इसके चलते उसे विश्वास था कि रुपए मिल जाएंगे। इसके बाद मैन्युपैक्चरिंग कंपनी की ओर से मार्च में एक चेक कोरियर से भेजा गया।

बाउंस के बाद भी आरोपी देते रहे भुगतान का भरोसा
चेक कंपनी का नहीं होने और कोई साइन नहीं होने पर सतेंद्र ने आपत्ति दर्ज कराई तो आरोपियों ने भरोसा दिलाया कि इसी चेक से भुगतान हो जाएगा, लेकिन वह बाउंस हो गया। दोनों को चेक बाउंस होने की सूचना दी गई, लेकिन आरोपी टालते रहे। परेशान होकर जून 2020 में सतेंद्र ने थाने में लिखित शिकायत कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जांच शुरू की और 7 माह बाद फरवरी 2021 में बुधवार को धोखाधड़ी की FIR दर्ज की है।

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