Sunday, May 19, 2024
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कोरोना संक्रमित पिता के अंतिम संस्कार के दौरान जलती चिता में कूद गई बेटी…गंभीर हालत में अस्पताल में कराया गया भर्ती

श्मशान विकास समिति के संयोजक भैरूसिंह फुलवरिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि दामोदर नामक वृद्ध की कोरोना से मौत हो गई है।

सरहदी बाड़मेर जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक   संक्रमित वृद्ध के अंतिम संस्कार के दौरान 30 वर्षीय बेटी जलती चिता में कूद गई। इस हृदय विदारक घटना में 30 वर्षीय चंद्रा उर्फ चीकू करीब 60 फीसदी झुलस गई। घटना के बाद घायल चंद्रा को जिला अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरू किया। सूचना पर जिला अस्पताल पहुंची पुलिस ने घायल की तहरीर दर्ज कर जांच शुरू की।


दरसअल, शहर के रॉय कॉलोनी निवासी 70 वर्षीय दामोदर पुत्र जयराम दास शारदा कोरोना संक्रमित पाया गया था जिसका इलाज जिला मुख्यालय के  मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा था। मंगलवार को इलाज के दौरान 70 वर्षीय दामोदर ने अस्पताल में अपना दम तोड़ दिया। जिसके बाद श्मशान विकास समिति के शव वाहन द्वारा मृतक दामोदर के शव को अंतिम संस्कार के लिए सार्वजनिक शमशान लाया गया। जहां पिता के शव को मुखाग्नि देने के बाद आवेश में आई 30 वर्षीय बेटी जलती चिता में कूद पड़ी। इस दौरान उसकी दूसरी बहन पिंकी ने उसे ज्वलित चिता से बाहर निकाला। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। पिता  के वियोग और जान देने के प्रयास में चंद्रा 60 फीसदी झुलस गई।

श्मशान विकास समिति के संयोजक भैरूसिंह फुलवरिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि दामोदर नामक वृद्ध की कोरोना से मौत हो गई है। ऐसे में समिति द्वारा शव वाहन भेजकर शव श्मशान घाट लाया गया। जहां मृतक की पुत्रियों ने अपने ही समाज के श्मशान में दाह संस्कार की इच्छा जाहिर करते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। जबकि श्मशान समिति द्वारा कोविड-19 संक्रमितों के दाह संस्कार के लिए अलग स्थान तय कर रखा है। संयोजक फुलवरिया के अनुसार शव को मुखाग्नि देने के बाद 30 वर्षीय चंद्रा अचानक जलती चिता में कूद गई। घटना के दौरान उसकी बहन पिंकी ने उसे चिता से बाहर निकाला। जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

पूरे मामले को लेकर पुलिस जांच में जुट गई है कि आखिर इस घटना किसकी और क्या कमी रही। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि घायल चंद्रा अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में पुलिस ने तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है मृतक दामोदर के कोई बेटा नहीं है। ऐसे में तीनों बेटियां अपने पिता के दाह संस्कार के लिए सार्वजनिक शमशानघाट पहुंची थी। जहां पिता के वियोग में 30 वर्षीय बेटी ने जलती चिता में कूदकर जान देने का प्रयास किया।

बाड़मेर के DY. SP आनंद सिंह राजपुरोहित के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र की यह घटना संज्ञान में आई हैं, एक युवती अपने पिता की चिता में कूद गई जिसे परिजनों ने बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया हैं। युवती बयान देने के क़ाबिल अभी नहीं हैं। इलाज के बाद उसके बयान लिए जाएंगे।

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