Saturday, May 4, 2024
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छत्तीसगढ़: पेरेंट्स की मांग को देखते हुए शासन ने लिया फैसला, महापौर और शिक्षा अधिकारी ने की पुष्टि, अभी जिले में 8 स्कूल हो रहे हैं संचालित…

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की सफलता को देखते हुए बिलासपुर जिले में 5 और विद्यालय खोलने की योजना पर काम किया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने 13 स्थानों का चयन भी कर लिया है। अभी फिलहाल जिले में आठ स्कूल संचालित हो रहे है। बिलासपुर महापौर रामशरण यादव ने नए स्कूलों को लेकर कहा है कि, ” बिलासपुर जिले में पांच नए आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाने की योजना है। इसपर हम तेजी से काम कर रहे है। जिले की सभी विधानसभाओं में यह स्कूल आने वाले दिनों में संचालित होंगे। “

बिलासपुर महापौर रामशरण यादव।

बिलासपुर महापौर रामशरण यादव।

गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा देने के लिए लाई गई योजना

प्रदेश सरकार ने राज्य में गरीब बच्चों को अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ाने और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए। जहां सर्व सुविधा के साथ-साथ अच्छे शिक्षण की व्यवस्थाएं की गई हैं। छत्तीसगढ़ में इस साल कुल 171 स्कूल खुल चुके हैं। इन स्कूलों में एडमिशन के लिए भारी मारामारी मची हुई थी। बिलासपुर के इन स्कूलों में कक्षा एक से 12 वीं तक के लिए रिकार्ड 15 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। फिलहाल जिले में अभी आठ आत्मानंद विद्यालय संचालित हैं । यही वजह है कि अधिकांश बच्चे प्रवेश से वंचित रह गए। अभिभावकों को इससे काफी निराशा भी हुई। इस बीच नागरिकों व अभिभावकों की ओर से मांग उठने लगी कि जिले में स्कूलों की संख्या में वृद्धि की जाए। अब लोगों की मांग को देखते हुए जिला शिक्षा विभाग ने पांच नए स्कूल खोलने की योजना पर काम भी शुरू कर दिया है।

बड़े प्राइवेट स्कूलों की तरह आत्मानंद स्कूल के टीचर्स भी बच्चों से अंग्रेजी में ही बात करते हैं, ताकि उन्हें आधुनिक शिक्षा पद्धति में ढाला जा सके।

बड़े प्राइवेट स्कूलों की तरह आत्मानंद स्कूल के टीचर्स भी बच्चों से अंग्रेजी में ही बात करते हैं, ताकि उन्हें आधुनिक शिक्षा पद्धति में ढाला जा सके।

इन जगहों का हुआ चयन

तिलकनगर ,दयालबंद,तोरवा तालापारा, देवरीखर्द, सुभाषनगर, वैमा नगोई, बिल्हा, रतनपुर, पचपेड़ी, सीपत, वेलगहना, सकरी।

किन आधारों पर स्थानों का किया गया चयन

जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो अभी केवल स्थान का चिन्हांकन किया गया है। इसमें कई विकल्प हैं , जिस पर ध्यान दिया जा रहा है। मसलन इन क्षेत्रों में दो सरकारी स्कूल संचालित हैं या फिर पर्याप्त भवन है। जिनमें किसी एक में हिंदी और एक में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई होगी। जैसे दयालबंद में एक ही स्थान पर दो विद्यालय संचालित हैं। किसी एक को अंग्रेजी माध्यम में तब्दील कर दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया के बाद राज्य सरकार अंतिम मुहर लगाएगी।

इस तरह की फैसिलिटी हैं इन स्कूलों में

कोरोना महामारी के बीचस्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सबकी पसंद बनकर उभरा है । स्कूलों में पर्याप्त संख्या में अंग्रेजी व हिंदी व्याख्याता , व्यायाम शिक्षक , ग्रंथपाल , सहायक ग्रेड – दो व तीन , कार्यालय सहायक , चौकीदार समेत अंशकालीन सफाईकमी की भतीं हुई है। सत्र 2019-20 में शानदार परीक्षा परिणाम के अलावा आनलाइन शिक्षा में भी स्कूलों ने विश्वास जीता है। इन सुविधाओं की वजह से ही जिले के प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले 30% से अधिक बच्चों ने इन स्कूलों में एडमिशन ले लिया।

विकासखंड में बनेंगे आदर्श स्कूल

जिला शिक्षा अधिकारी एसके प्रसाद ने यह भी कहा कि, जिले के प्रत्येक विकासखंड में कम से कम एक – एक आदर्श स्कूल जरूरी है । शासन ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है । स्वामी आत्मानंद स्कूलों को उत्कृष्ट शालाओं में तब्दील करना लक्ष्य है । बजट व गोद लेने की प्रक्रिया को लेकर जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया है ।

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