Saturday, May 18, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाCG: छत्तीसगढ़ में खदान धंसने से 6 लोगों की मौत.. मरने वालों...

CG: छत्तीसगढ़ में खदान धंसने से 6 लोगों की मौत.. मरने वालों में 5 महिलाएं और 1 पुरुष, मुरुम खोदकर बनाई थी 10 फीट लंबी सुरंग

छत्तीसगढ़: बस्तर जिले में स्थित एक छुई खदान धंसने से वहां काम कर रहे 6 मजदूरों की दबने से मौत हो गई। मृतकों में 5 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल है। दो घायलों में एक 14 साल की लड़की भी शामिल है। दोनों का नजदीकी अस्पताल में इलाज जारी है।

मलबे के नीचे कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू टीम ने काफी देर तक मलबा हटाकर सर्चिंग अभियान चलाया। मलबा हटाने के बाद वहां कोई और लोगों के नहीं दबे होने की पुष्टि होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद किया गया है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके से रवाना हो चुकी है।

रेस्क्यू जारी है।।

जानकारी के मुताबिक खदान मालगांव में स्थित है। इस खदान में अवैध उत्खनन का काम चल रहा था। गांव के कुछ लोग खदान के नीच उतरकर मिट्टी निकाल रहे तभी अचानक जमीन धंस गई। वहां नीचे मौजूद लोग दब गए। पास में ही खड़े अन्य मजदूरों ने इसकी जानकारी फौरन प्रशासन को दी। मौके पर NDRF और SDRF की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया।

मलबे में दबे लोगों को निकालकर तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 7 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। दो घायलों का इलाज जारी है। डॉक्टर्स के मुताबिक दोनों की हालत खतरे से बाहर है।खदान में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका पर टीम ने काफी देर तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।

मृतकों के नाम
कमली
समली
रामेश्वर
शांति
कुमारी
शैतो

घायलों के नाम
मनमती
पूर्णिमा

मुरुम खोद बनाई 10 फीट की सुरंग
दरअसल, मालगांव में जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पर ग्रामीणों ने मुरुम खोद कर करीब 10 फीट लंबी सुरंग बना दी थी। अंदर से रोज छुई मिट्टी निकालते थे। शुक्रवार की दोपहर भी गांव वाले मिट्टी निकाल रहे थे। इस दौरान अचानक मिट्टी धंस गई। जिससे अंदर मौजूद ग्रामीण फंस गए और उनकी मौत हो गई।

शासकीय जमीन पर चल रहा था अवैध खनन
मालगांव में शासकीय भूमि पर अवैध रूप से छुई मिट्टी निकालने उत्खनन जारी था। इलाके के लोग रोजाना यहां से मिट्टी निकालकर अपने घरेलू काम के लिए लेते थे। ऐसा बताया जा रहा है कि, इस जगह पर करीब सालभर से छुई मिट्टी निकालने का काम जारी था। इसकी जानकारी प्रशासन को भी नहीं थी। इस हादसे के बाद ग्रामीणों को खनन करने के लिए मना कर दिया गया है।

2 का इलाज जारी
हादसे में घायल हुई एक महिला समेत 14 साल की लड़की को मालगांव के ही प्राथमिक स्वास्थ्य में केंद्र लाया गया है। जहां दोनों का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि, दोनों को मामूली चोट ही आई है। फिलहाल दोनों काफी घबराई हुई हैं। बात करने की स्थित में नहीं हैं।

CM ने जताया दुख
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मालगांव छुई खदान में हुए हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने 6 ग्रामीणों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। CM ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इसके साथ ही सभी घायलों के बेहतर उपचार के लिए अफसरों को निर्देश दिए हैं।

प्रदेश में इस तरह की घटनाएं और भी हुई थी..

सूरजपुर में 6 महीने पहले SECL की बंद पड़ी कोयला खदान धंसने से दो ग्रामीणों की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों ग्रामीण कोयला चोरी करने के लिए खदान में गए थे। इसी दौरान हादसा हो गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला। इसके बाद उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, भटगांव के दुग्गा में SECL की कोयला खदान थी। जिसे कुछ साल पहले बंद किया जा चुका है। इसी खदान से बनिया टिकरी बैजनाथपुर निवासी रामेश्वर राजवाड़े और सुख लाल राजवाड़े कोयला चोरी करने के लिए गए थे। इसी दौरान खदान की मिट्‌टी धंसकने से दोनों उसी में दब गए और उनकी मौत हो गई।

प्रतापपुर SDOP अमोलक सिंह ने बताया कि रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि SECL की दुग्गा में बंद खदान में दो व्यक्ति दबे हुए हैं। वहां पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

पैर फिसला और सैकड़ों फीट ऊपर लटके मजदूर

कोरबा जिले में 2 महीने पहले गेवरा SECL क्षेत्र में हुए बड़े हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई थी, वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना कुसमुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मनगांव की है। रेलवे के माध्यम से कोयला परिवहन करने के लिए साइलो का निर्माण कर रही समानता कंपनी में ये हादसा हुआ। गंभीर रूप से घायल मजदूर का इलाज निजी अस्पताल में जारी है। दूसरे मजदूरों ने बताया कि क्रेन चालक की लापरवाही से इतना बड़ा हादसा हुआ है।

कुसमुंडा थाना प्रभारी राजेश जांगड़े ने बताया कि समानता कंपनी में रैक लोडिंग के लिए बनाए जा रहे बंकर में ऊंचाई पर कई मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से कुछ मजदूर लोहे के एक बड़े से पिलर को दूसरे लोहे पर जमा रहे थे। इसी दौरान क्रेन में लटका हुआ लोहा अनियंत्रित हो गया। इससे ऊंचाई पर काम कर रहे मजदूर भी अपनी जगह से फिसल गए। इनमें से 2 मजदूर लोहे के बड़े-बड़े पिलर से जा टकराए और सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर सेफ्टी बेल्ट से हवा में लटक गए।

चिरमिरी में बंद कोयला खदान धंसी

चिरमिरी में 2 ‌वर्ष पहले भी कोयला खदान धंसने से एक महिला की मौत हो गई थी। महिला अवैध रूप से कोयला खनन के लिए गई थी। सूचना पर पुलिस ने JCB की सहायता से करीब 10 फीट नीचे दबे महिला के शव को बाहर निकालवाया। शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया गया। कोयला तस्कर अवैध रूप से खनन करवा कर ईंट-भट्टों को बेच रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, बड़ा बाजार से हल्दी बाड़ी जाने वाले मार्ग पर पुरानी सड़क के किनारे कुरासिया की बंद ओपन कास्ट खदान है। गुरुवार दोपहर टिकरापारा निवासी यासमीन (40) अपने साथियों के साथ कोयला खनन के लिए गई थी। तभी मिट्टी धंसने से यासमीन उसमें दब गई। उसके साथियों की सूचना पर पुलिस व SECL कर्मचारी मौके पर पहुंचे और करीब 10 फीट गहराई से शव बाहर निकाला।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular