श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार 4 मई को आतंकी हमले में 5 एयरफोर्स जवान घायल हो गए। इनमें से 2 की हालत गंभीर है। इन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया है।
पुंछ के शशिधर इलाके में सुरक्षाबलों दो वाहनों पर आतंकियों ने भारी फायरिंग की। एक वाहन एयरफोर्स का था। दोनों गाड़ियां सनाई टॉप जा रही थीं।
सेना के सूत्रों के मुताबिक, अभी तक किसी नुकसान और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। घटना की जानकारी मिलते ही आर्मी और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंचीं। इलाके को घेर लिया गया है और सर्च ऑपरेशन जारी है।
सुरक्षाबलों के काफिले की फोटोज…
आतंकियों ने सुरक्षाबलों के वाहन पर सुरनकोट इलाके में गोलियां चलाईं।
आतंकियों की फायरिंग में ड्राइवर सीट की तरफ के कांच भी टूट गए।
सुरनकोट में पिछले साल दिसंबर में भी हमला हुआ था
सुरनकोट में 21 दिसंबर को सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। वारदात को 4 आतंकियों ने अंजाम दिया था। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं। ये स्टील बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगीं।
पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें M-4 राइफल के इस्तेमाल का दावा किया गया।
डेरा की गली और बुफलियाज के एक अंधे मोड़ पर घात लगाए आतंकियों ने काफिले पर अमेरिकी एम-4 असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं।
इसी साल जनवरी में भी पुंछ में हमला हुआ था
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में इसी साल 12 जनवरी को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। इसके बाद जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इसमें किसी के भी घायल या मौत की खबर नहीं आई थी।
इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार
16 दिसंबर 2023 को BSF के एक सीनियर अफसर ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं। ये जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अफसर ने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी।
बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने पुलवामा में बताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम (बीएसएफ) और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं। पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।
(Bureau Chief, Korba)