West Bengal Train Accident : पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार सुबह करीब 9 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के 3 डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। दो लोको पायलट और एक गार्ड समेत अब तक 15 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि 60 घायल हैं।
कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से पश्चिम बंगाल के सियालदह जा रही थी। एक्सप्रेस ट्रेन सिलीगुड़ी के रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में रेड सिग्नल की वजह से रुकी हुई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। आशंका है कि मालगाड़ी के पायलट ने सिग्नल को अनदेखा किया, जिसकी वजह से दुर्घटना हुई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक रहा है। अन्य दो डिब्बे बेपटरी हो गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और SDRF समेत रेलवे और बंगाल के अधिकारी भी लगे हुए हैं।
नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के CPRO सब्यसाची दे ने कहा- जिस ट्रैक पर हादसा हुआ है, उसे रात तक चालू कर दिया जाएगा। डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस भी रात में चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दिल्ली से दार्जिलिंग के लिए रवाना हो गए हैं।
हादसे की तस्वीरें…
कंचनजंगा एक्सप्रेस के सबसे पीछे की बोगी मालगाड़ी के इंजन पर चढ़कर हवा में लटक गई।
मालगाड़ी के इंजन से पैसेंजर ट्रेन के तीन डिब्बों को नुकसान पहुंचा है।
हादसे में एक डब्बा चकनाचूर हो गया। इसी में कुछ लोगों के मारे जाने की आंशका है।
मालगाड़ी पोर्ट पर इस्तेमाल होने वाले भारी वैगन बॉक्स लेकर जा रही थी।
दुर्घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने घायलों और अन्य पैसेंजर्स को मदद पहुंचाई।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटीयर (NFR) जोन में हादसा दुखद है। रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, NDRF और SDRF मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा – दार्जिलिंग के फांसीदेवा इलाके में एक रेल दुर्घटना के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ। राहत बचाव काम और लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
यह रूट चिकन नेक कॉरिडोर
कंचनजंगा एक्सप्रेस डेली ट्रेन है। यह बंगाल को पूर्वोत्तर के शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है। यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। एक्सीडेंट की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस का इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जिलिंग की यात्रा के लिए करते हैं।
(Bureau Chief, Korba)