Saturday, May 18, 2024
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सराफा व्यापारी को कारीगर ने लगाया 13.20 लाख का चूना… सफाई के बहाने ले गया 26 तोला सोना, बनारस में बेचने की फिराक में था; आरोपी गिरफ्तार

BILASPUR: बिलासपुर में सराफा कारोबारी के 26 तोला सोने के गहनों में पॉलिश करने का झांसा देकर फरार आरोपी को पुलिस ने उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है। उसके पास से 13 लाख 20 हजार रुपए कीमती जेवर बरामद किया गया है। व्यापारी को कारीगर बदमाश ने पहले भरोसे में लिया और उसके गहनों की नक्कासी और पॉलिश करने लगा। इसके बाद वह लाखों रुपए के गहनों को लेकर गायब हो गया था। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

इस केस का खुलासा करते हुए सीएसपी पूजा कुमार ने बताया कि तेलीपारा निवासी रितेश सलूजा पिता स्व. मदनलाल (29) ने बीते 17 मार्च को शिकायत दर्ज कराया था कि तेलीपारा के संजय बेग हाउस के पास उसकी ज्वेलरी शॉप है। पिछले कुछ समय से उत्तरप्रदेश के चित्रकूट जिले के करबी क्षेत्र के ग्राम तरौहा निवासी विष्णु सोनी उर्फ लाला पिता स्व. वासुदेव सोनी (38) कारीगर का काम करता था। वह सरकंडा के अरविंद नगर में किराए के मकान में रहता था। वह शहर के दूसरे सराफा व्यापारियों के भी गहनों में कारीगरी करता था और पालिश करने व सफाई करने के लिए गहनों को लेकर जाता था और फिर काम करने के बाद वापस लेकर आ जाता था। इस तरह से वह रितेश सलूजा सहित सभी व्यापारियों का भरोसा जीत लिया था।

आरोपी कारीगर से सोने के गहनों को पुलिस ने बरामद किया है।

आरोपी कारीगर से सोने के गहनों को पुलिस ने बरामद किया है।

26 तोला सोने के गहने लेकर हो गया चंपत
बीते 4 मार्च की शाम को भी वह गहनों को पॉलिश करने और कारीगरी करने के लिए दुकान में लेने गया। इस दौरान रितेश ने उसे 26 तोला वजनी सोने के गहने दिए, जिसमें 6 हार, 10 लॉककेट, कंगन वगैरह शामिल थे, जिसकी कीमत करीब 13 लाख 20 हजार रुपए है। इन गहनों को लेकर विष्णु सोनी किराए के घर को छोड़कर गायब हो गया। इसके साथ ही वह अपना मोबाइल भी बंद कर दिया था। लेकिन, इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला।

पहले स्थानीय व्यापारी फिर बनारस में खपाने की फिराक में था आरोपी
पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद जब आरोपी विष्णु सोनी की तलाश शुरू की, तब पता चला कि वह बिलासपुर में कुछ सराफा व्यापारियों के पास गहनों को बेचने के लिए गया था। लेकिन, कारोबारियों ने गहनों को लेने से मना कर दिया। तब वह घर छोड़कर बनारस भाग गया और वहां जेवरों को बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहा था। इधर, पुलिस को उसके भागने और चित्रकूट से बनारस जाने की खबर मिल गई थी। लिहाजा, पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।

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