उत्तरप्रदेश: बस्ती के कलवारी थाना क्षेत्र के तुरकौलिया गांव में एक बीए थर्ड ईयर की छात्रा की छात्रा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। वह छेड़खानी और फब्तियों से परेशान हो गई थी।
युवती के मामा का आरोप है कि गांव का युवक उसके कॉलेज आते जाते छेड़खानी करता था। उसके बारे में अफवाह फैलाता था। युवती के मामा ने थाने में तहरीर देकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मृतका के मामा ने आरोपी युवक के खिलाफ थाने में दी तहरीर।
गांव का युवक करता था छेड़खानी
सोनहा थाना क्षेत्र के छनवतिया गांव की निवासी प्रतिभा (19)बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। वह तुरकौलिया गांव में अपने मामा रमेश के घर रह कर पढ़ाई कर रही थी। सोमवार को घर में ही छत के कुंडी से रस्सी के सहारे उसका फंदे से लटकता शव मिला। सूचना पाकर मौके पर कलवारी पुलिस पहुंची। एसओ प्रदीप सिंह ने बताया कि युवती के बाएं हाथ से एक सुसाइड नोट बरामद मिला है। इसमें उसने अपनी मर्जी से सुसाइड करना बताया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्रतिभा ने फांसी लगाने के पहले सुसाइड नोट लिखा था।
प्रतिभा ने सुसाइड नोट में लिखा, मैं गलत नहीं हूं
मैं सभी लोगों से माफी मांगना चाहती हूं, मैं इतनी गलत नहीं हूं, जितना बताया जा रहा है। मानती हूं, गलती हुई है, मैने कुछ भी नहीं बताया है। शायद इस कारण सभी जगह मजाक बनी हुई हूं। मैंने गलती की है और सभी माफी भी मांगती हूं। हो सके तो मुझे माफ कर देना, लेकिन मेरा करेक्टर गलत नहीं है। अब मैं चाहकर भी खुद को सही साबित नहीं कर सकती हूं। क्योंकि मेरा डर और रोना यही मेरी सबसे बड़ी कमजाेरी है। जिसे बचपन से लेकर आज तक खुद से दूर नहीं कर पाईं हूं। मेरे मरने का कारण मैं खुद ही हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।
विवेक भईया मैंने तुम्हे भाई और दोस्त के अलावा किसी भी नजर से नहीं देखा। फिर भी तुम मेरे बारे में पता नहीं क्या क्या बाेल रहे हो। तुम झूठ बोलकर सच नहीं छिपा सकते। चाहे कोई समझे या न समझे पर मैं जानती हूं कि सच क्या है, लेकिन मैं बोल नहीं पा रहीं हूं।