बिलासपुर के क्रिश्चन युवक ने युवती को धोखे में रखकर पहले आर्य समाज में शादी रचा ली। फिर तीन दिन तक भूखे प्यासे बंधक बनाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया। इसके बाद वह अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने लगा। अब उसने गर्भवती महिला का साथ छोड़ दिया है। महिला ने इस मामले में शिकायत कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। सिविल लाइन क्षेत्र के गंगानगर निवासी आभा पात्रे और महाराणा प्रताप चौक निवासी आशीष पात्रे के बीच दोस्ती थी। इस बीच दोनों आपस में एक-दूसरे से प्यार करने लगे। फिर 13 फरवरी 2019 को आशीष पात्रे उसे रायपुर स्थित आर्य समाज मंदिर ले गया और उससे शादी रचाई। इसके बाद वह ससुराल में रहने लगी। इस दौरान ससुर लक्ष्मण दास पात्रे, सास विमला व ननंद मनोरमा पात्रे ने मिलकर दहेज के नाम पर उसे प्रताडि़त करने लगे। इस दौरान उसे धर्मांतरण के लिए जोर डालने लगे।
फिर उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने लगे। इसके बाद ही उसे बहू के रूप में स्वीकार करने की धमकी दी गई। आर्य समाज में हिंदू परंपराओं के साथ आशीष और आभा के विवाह होने के बावजूद दोबारा ईसाई धर्म अपना कर निपनिया गांव के चर्च के पास्टर सुनील डेविड के घर में उसकी शादी कराई गई। इस दौरान उसे तीन दिन तक घर में बंधक बनाकर रखा गया। लेकिन, धर्म परिवर्तन के बाद भी उसी समस्या खत्म नहीं हुई। पति और ससुराल पक्ष के लोग दहेज नहीं लाने की बात पर उसे प्रताड़ित करने लगे। इस बीच आभा गर्भवती हो गई। तब उसके ससुरालवालों ने उसे छोड़ दिया गया। इससे परेशान होकर आभा अपने मायके आ गई। यहां उसने सिविल लाइन थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत लेकर किया चलता
पुलिस ने इस गंभीर मामले में महिला का शिकायत लेकर उसे चलता कर दिया है। पुलिस उसकी शिकायत पर जांच करने के के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने कहा कि महिला ने अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाकर शिकायत की है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।