रायपुर: कांग्रेस के हारे हुए विधायक सत्ता और संगठन के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। सभी छाया विधायकों ने कहा कि जिन लोगों के कारण वे पिछला चुनाव हार चुके हैं वे सभी आज सत्ता के शीर्ष पदों पर बैठे हैं। इसका असर यह हो रहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के बाद भी उनके काम में अड़ंगा लगाया जा रहा है। 3
अपने ही क्षेत्र में उपेक्षित इन छाया विधायकों ने रायपुर के एक निजी होटल में बैठककर आगे की रणनीति तैयार की। बताया गया है कि उनके क्षेत्र में सक्रिय हो चुके दूसरे दलों से आए नेताओं के साथ ही पार्टी की ही ऐसे नेता जो उनके काम में अड़ंगा लगा रहे हैं उन सबकी नामजद शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव हारने के बाद हमने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की सूची तैयार कर पार्टी आलाकमान को दी थी लेकिन ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें कांग्रेस प्रवेश कराकर संगठन के साथ ही सत्ता में महत्वपूर्ण पद दे दिया गया है। इसलिए वे इसकी शिकायत के लिए मुख्यमंत्री से समय मांग चुके हैंं। इसके साथ ही वे प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया तथा पीसीसी चीफ मोहन मरकाम से मिलकर शिकायत करेंगे। बैठक में गुरमुख सिंह होरा, कन्हैया अग्रवाल, मोतीलाल देवांगन, सुनील माहेश्वरी, राजेंद्र शुक्ला, अनिल चंद्रा, गोरेलाल बर्मन,संजय नेताम, शत्रुघ्न सोनू चंद्राकर, राजेंद्र साहू, राकेश पात्रे शामिल हुए।