बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा की संभावित दूसरी सूची जारी होने के बाद से बवाल मच गया है। बिलासपुर जिले में भी कार्यकर्ता प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। शनिवार को मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारी व कार्यकर्ता MLA डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी का विरोध करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव के बंगले का घेराव करने पहुंचे। उनका कहना है कि 20 साल से एक ही चेहरे को भाजपा मौका दे रही है। इस बार नए और युवा चेहरा को सामने लाना चाहिए। ऐसे ही तखतपुर विधानसभा में भी संगठन के पदाधिकारियों ने जोगी कांग्रेस से भाजपा में आए विधायक धर्मजीत सिंह को प्रत्याशी बनाने का विरोध किया है।
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची में 21 प्रत्याशियों की घोषणा की है, जिसमें कई नामों पर विरोध हो रहा है। पिछले दिनों भाजपा की दूसरी सूची सोशल मीडिया में वायरल हुई, इसमें मस्तूरी से भाजपा के विधायक व पूर्व मंत्री डा.कृष्णमूर्ति बांधी को उम्मीदवार घोषित करने की बात कही जा रही है, जिसके बाद उनका विरोध शुरू हो गया है।
शनिवार को सीपत, मस्तूरी और मल्हार के भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव के बंगले का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। सीपत से भाजपा कार्यकर्ता तीजराम लाठिया, जयराम नगर के शिवानंद महाराज ने डा. बांधी के प्रति कार्यकर्ताओं में असंतोष होने की बात कही। साथ ही यहां नए चेहरे को मस्तूरी से टिकट देने की मांग की।
पूर्व मंत्री व विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी को प्रत्याशी बनाए जाने से भड़के क्षेत्र के पदाधिकारी व कार्यकर्ता।
नारेबाजी करने से भड़के प्रदेश अध्यक्ष साव
कार्यकर्ता जब नारेबाजी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष साव का बंगला पहुंचे, तब वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे। उन्होंने नारेबजाी करते देख कार्यकर्ताओं पर जमकर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि सभी को अपनी बातें रखने का अधिकार है। लेकिन, पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी अपनी बात रखें। लेकिन, नारेबाजी न करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि उनकी बातों पर विचार किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने जताई नाराजगी।
तखतपुर में धर्मजीत सिंह की खिलाफत में उतरे पदाधिकारी
वायरल सूची में जोगी कांग्रेस से भाजपा में आए विधायक धर्मजीत सिंह को तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा है। जिसके बाद तखतपुर के संगठन पदाधिकारियों ने विरोध शुरू कर दिया है। स्थानीय पदाधिकारियों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि तखतपुर 50 साल से भाजपा का गढ़ रहा है और यहां भाजपा विधायक रहे हैं।
तखतपुर के संगठन पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को दिया ज्ञापन।
जनसंघ से लेकर आज तक जनता ने भाजपा विधायक को जिताकर दिया है। यहां पुराने कार्यकर्ता समर्पित होकर पार्टी के लिए मेहनत करते हैं। संगठन अपने प्रत्याशी को जिताने में सक्षम है। लेकिन, क्षेत्र में बाहरी लोगों की एंट्री की खबर सुनकर हैरान हैं और उनमें नाराजगी है।
स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को बाहरी प्रत्याशी कतई स्वीकार्य नहीं होगा। पदाधिकारियों ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी देने की मांग की है।
विधायक धर्मजीत सिंह को बाहरी बता रहे तखतपुर के संगठन पदाधिकारी व कार्यकर्ता।
प्रदेश अध्यक्ष की चौपाल में दावेदारों की भीड़
शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लंबे समय बाद अपने बंगले में लोगों से मुलाकात की। इस दौरान ज्यादातर पदाधिकारी व कार्यकर्ता विधानसभा टिकट की बात रखने पहुंचे थे। पूरे समय प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव विधानसभा के दावेदारों से ही घिरे रहे।
अलग-अलग क्षेत्र से पहुंचे पदाधिकारी व कार्यकर्ता संभावित सूची को लेकर चर्चा करते रहे और अपने-अपने क्षेत्र के दावेदारों के नाम पर आपत्ति जताते रहे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष साव ने सबकी बातें सुनी और आश्वस्त किया कि उनकी बातों पर विचार किया जाएगा। लेकिन, पार्टी जो भी उम्मीदवार तय करे, उसे जिताने के लिए हम सबको मेहनत करना है।