रायपुर: सोमवार की रात से ओडिशा, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की पुलिस की नाक में दम कर देने वाले एक ड्राइवर को आखिर कार पकड़ लिया गया। ये बीती रात से हर चेकपोस्ट पर की गई बैरीकेडिंग को तोड़ता हुआ आगे बढ़ रहा था। तीनों राज्य की सीमा पर तैनात थाना प्रभारियों की नींद उड़ी हुई थी। हर कोई इसे पकड़कने कोशिश में था, मगर ये चकमा देते हुए आगे बढ़ रहा था। मंगलवार को दोपहर के वक्त ये छत्तीसगढ़ सुकमा जिले के कोंटा इलाके से लगे फन्दीगुड़ा क्षेत्र में पहुुंचा।
इस तरह से बैरीकेडिंग को तोड़कर ड्राइवर भागा जा रहा था, तस्वीर सुकमा जिले की।
फायरिंग, एक्शन और फिर अरेस्टिंग
फंदीगुड़ा में पुलिस को आंध्रप्रदेश की पुलिस से मिले इनपुट की वजह से यहां पहले से ही टीम तैनात थी। टीम को बताया गया था कि सफेद रंगी की स्कॉरपियो इस तरफ आ रही है। पुलिस की टीम में CRPF और पुलिस के जवान थे। ड्राइवर पूरी रफतार से यहां पहुंचा और बेरीकैड तोड़ा। मगर गाड़ी रुक गई। CRPF के जवान इसकी तरफ बढ़े तो ड्राइवर गाड़ी इन्हीं पर चढ़ाकर रौंदने का प्रयास किया, इस दौरान एक जवान ने ड्राइवर पर गोली चला दी।
स्ट्रेचर पर लेटा यही शख्स SUV चला रहा था, तस्वीर सुकमा के अस्पताल की।
इसके बाद भी ड्राइवर रुका नहीं बल्कि तेजी से गाड़ी दूसरी तरफ मोड़ दी। कुछ ही दूरी पर गाड़ी अनियंत्रित होकर झाड़ियों में जा घुसी। जवानों की टीम करीब गई और फिर ड्राइवर को पकड़ा गया, इसके कमर में गोली लगी थी अब कोंटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इसका इलाज किया जा रहा है। ड्राइवर का नाम हनुमान मोहित बताया जा रहा है। जिस गाड़ी में ये सवार था वो महाराष्ट्र के अमरावती इलाके की है। सोमवार रात से महराष्ट्र से शुरु हुआ ये अध्याय 12 घंटे बाद मंगलवार को छत्तीसगढ़ में अब थमा है।
गाड़ी की तलाशी में पुलिस को कुछ नहीं मिला।
पुलिस को पता नहीं ये पूरा कांड आखिर हुआ क्यों
DSP कृष्ण कुमार पटेल ने बताया कि अब तक ये बात साफ नहीं हो सकी है कि ये ड्राइवर आखिर भाग क्यों रहा था, पुलिस के बैरिकेंडिंग तोड़कर कहां जाना चाह रहा था। महाराष्ट्र से ओडिशा और आंध्रप्रदेश जाने के इसने एक दर्जन से ज्यादा बैरिकेडिंग तोड़ी है और पुलिसकर्मियों को घायल करने का प्रयास किया है। फिलहाल इसके होश में आने का इंतजार है। पुलिस को शक है की गांजे की किसी डीलिंग का हिस्सा होने की वजह से ड्राइवर भाग रहा हो, क्यांेकि इन इलाकों से अक्सर गांजे के तस्कर पकड़ में आते रहे हैं।