जांजगीर-चांपा: जिले की कद्दावर कांग्रेस नेता और राज्य महिला आयोग की सदस्य शशिकांता राठौर का 62 साल की उम्र में शनिवार की सुबह निधन हो गया। वे सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकली थीं। इस दौरान गाय को पानी पिलाते वक्त उन्हें हार्ट अटैक आया। वे लंबे समय से डायलिसिस पर भी थीं। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है।
शशिकांता राठौर इससे पहले जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। अपने कार्यकाल के दौरान संगठन से जुड़े कड़े फैसले लेने के लिए वे जानी जाती थीं। लगभग 4 दशक तक उन्होंने जिले में कांग्रेस की सक्रिय राजनीति की। शशिकांता राठौर को एक बेहतरीन अधिवक्ता के रूप में भी पहचाना जाता था। अपनी वकालत के दौरान भी वे जनसहायता के लिए हमेशा तत्पर रहीं। राज्य महिला आयोग की सदस्य बनने के पहले से सुश्री राठौर नियमित रूप से परिवार परामर्श केन्द्र में वरिष्ठ सदस्य के रूप में भी सक्रिय रहीं और परिवारों को जोड़ने में उनका अहम योगदान रहा।
कांग्रेस नेत्री शशिकांता राठौर के घर शोक जताने आए लोग।
जिले की राजनीति में दखल
शशिकांता राठौर का जिले की राजनीति में अच्छा-खासा दखल था। वार्ड चुनाव से लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी सक्रियता देखते ही बनती थी। उनकी पकड़ समाज के हर वर्ग में थी। वे कभी भी सामाजिक राजनीति की पैरोकार नहीं रहीं। सभी को साथ लेकर चलने और सबकी जिम्मदारी तय करना उनकी खासियत रही।
कांग्रेस नेत्री शशिकांता राठौर के अंतिम संस्कार की तैयारी।
सामाजिक सरोकार के कामों में आगे
शशिकांता राठौर वकालत के पेशे को जनसेवा का माध्यम मानती थीं। वे अक्सर लोगों को निःशुल्क परामर्श देकर समझौता कराने के पक्ष में रहती थीं, ताकि किसी के साथ भी अन्याय ना हो और पारस्परिक सद्भाव बना रहे।
कांग्रेस नेत्री शशिकांता राठौर का हार्ट अटैक से निधन।
जांजगीर-चांपा सहित प्रदेश में शोक की लहर
कांग्रेस नेत्री के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है। कांग्रेस ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। उनके निवास पर स्थानीय नेताओं और आम लोगों की भीड़ है। सभी अपनी नेता को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे हुए हैं।