Sunday, May 19, 2024
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Chhattisgarh: पीजी कॉलेज में CAF जवान ने प्रधान आरक्षक की गोली मारकर की हत्या.. दूसरे जवान पर भी चलाई गोली, आरोपी हिरासत में; भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात

Kanker: कांकेर जिले के पीजी कॉलेज में CAF जवान ने अपनी इंसास राइफल से प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत की गोली मारकर हत्या कर दी है। आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार अभी भी हथियार लेकर कमरे के अंदर मौजूद है। उसने दूसरे जवान बृजेश भारद्वाज पर भी 4 राउंड गोली चलाई, लेकिन वो इसमें बाल-बाल बच गया। घटना रविवार सुबह 8 बजकर 5 मिनट की है।

घटनास्थल पर पुलिस टीम जांच के लिए पहुंची।

घटनास्थल पर पुलिस टीम जांच के लिए पहुंची।

घटना की खबर लगते ही भारी संख्या में जवानों की तैनाती मौके पर की गई है। आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। सुरक्षा के लिए जवान बुलेटफ्रूफ जैकेट पहनकर तैनात हैं, क्योंकि आरोपी जवान को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है और उसके हाथ में हथियार होने के कारण वो फिर से किसी जवान पर हमला कर सकता है। साथी जवान ने बताया कि पुरुषोत्तम कुमार पिछले कुछ दिनों से किसी बात को लेकर तनाव में था, लेकिन उसकी वजह का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार मूल रूप से मध्यप्रदेश के भिंड का रहने वाला है।

घटनास्थल पर तैनात जवान।

घटनास्थल पर तैनात जवान।

आरोपी पुरुषोत्तम कुमार जिला जेल में पदस्थ CAF की 11वीं बटालियन सी कम्पनी का जवान है। लेकिन भानुप्रतापपुर उपचुनाव के समय उसकी ड्यूटी पीजी कॉलेज में लगाई गई थी। यहां वो स्ट्रॉन्ग रूम में जहां EVM रखे हुए हैं, वहां तैनात था। अन्य जवानों ने बताया कि वो पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था, इसलिए छुट्टी की मांग कर रहा था। शनिवार रात में उसकी ड्यूटी लगी थी, लेकिन जब उसने तबीयत खराब होने की बात कही, तो उसे मेजर ने छुट्टी दे दी और उसकी जगह जवान बृजेश भारद्वाज की ड्यूटी लगाई गई। लेकिन आज सुबह किसी बात को लेकर कुछ विवाद हुआ और पुरुषोत्तम ने प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत और साथी जवान बृजेश भारद्वाज पर गोली चला दी। इसमें प्रधान आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बृजेश की जान बाल-बाल बच गई।

आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार।

आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार।

फिलहाल प्रधान आरक्षक सुरेंद्र भगत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए भेजेगी। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जवान करीब 1 घंटे तक अपनी इंसास राइफल को लेकर बैठा रहा, उसकी काउंसलिंग करके उसे हिरासत में लिया गया।

एसपी शलभ सिन्हा ने ये भी बताया कि आरोपी जवान पुरुषोत्तम सिंह की रात में 12 से 2 बजे तक संत्री ड्यूटी थी, लेकिन उसने तबियत खराब होने की बात कही, तो मेजर सुरेन्द्र भगत ने उसकी ड्यूटी कैंसल कर दी थी। रविवार सुबह 8 बजे मेजर सुरेन्द्र भगत नहाकर कमरे में गए, इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आरोपी जवान ने अपने ही मेजर पर गोली चला दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद CAF और BSF के अन्य जवान भी पहुंचे, लेकिन आरोपी जवान के हाथ में राइफल होने के कारण कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी जवान को हिरासत में लिया गया है। कोतवाली थाना ले जाकर उससे पूछताछ की जा रही है।

3 महीने पहले बीजापुर में CAF जवान ने किया था सुसाइड

3 महीने पहले बीजापुर जिले में CAF (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। CAF जवान सुनील कुमार मध्य प्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला था। जो बीजापुर के 15वीं बटालियन में तैनात था। जवान सुनील कैंप के बैरक में था। रात करीब 11 बजे उसने अपनी सर्विस राइफल से खुद के सिर पर गोली मार ली, और आत्महत्या कर ली थी। उस समय इसके पास में कोई और मौजूद नहीं था।

कई जवानों ने अपनी ही सर्विस राइफल या रिवॉल्वर का खुदकुशी या हत्या में किया इस्तेमाल, पढ़ें ऐसी ही कुछ खबरें…

कुछ महीने पहले बस्तर संभाग के कांकेर जिले में BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के एक जवान ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। जवान पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। इसके अलावा बस्तर के अलग-अलग जिलों में तैनात जवान पहले भी इस तरह से खौफनाक कदम उठा चुके हैं। 9 महीने पहले बिलासपुर जिले के रहने वाले एक सीआरपीएफ जवान ने गढ़चिरौली में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के वक्त वह अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था। इसी दौरान उसने खुद को गोली मार ली। इधर, गोली की आवाज सुनकर पत्नी ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। कुकुर्दीकेरा निवासी चंद्रभूषण जगत (25) सीआरपीएफ 113वीं बटालियन गढ़चिरौली में आरक्षक के रूप में पदस्थ था।

ASI शंकर लाल सिदार ने अगस्त में की थी आत्महत्या।

ASI शंकर लाल सिदार ने अगस्त में की थी आत्महत्या।

गरियाबंद में भी आरक्षक ने की थी खुदकुशी

करीब 2 महीने पहले गरियाबंद के मैनपुर में भी एक आरक्षक ने खुदकुशी कर ली थी। मृतक सिपाही का नाम दिनेश कोसले था। बताया गया कि तनाव के चलते आरक्षक ने यह आत्मघाती कदम उठाया था। कॉन्स्टेबल दिनेश ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से कनपटी पर गोली मारी थी। इसी साल 24 अगस्त को ASI शंकर लाल सिदार (58 वर्ष) ने भी मैनपुर थाने के बैरक में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। वे यहां 1 नवंबर 2021 से पदस्थ थे। एएसआई शंकर लाल सिदार गाताडिही सरसीवां बलौदाबाजार के रहने वाले थे।

CRPF जवान ने 4 साथियों की सुकमा में की थी हत्या

7 नवम्बर 2021 को बीवी पर किए गए उल्टे-सीधे कमेंट से परेशान छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के लिंगनपल्ली कैंप में CRPF जवान ने अपने 4 साथियों की गोली मारकर हत्या कर दी।

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