कोंडागांव: जिले में युवकों ने दृश्यम फिल्म देखकर झाड़-फूंक करने वाले की हत्या कर दी। इसके बाद गांव से 2 किमी दूर नाले के पास शव को दफना दिया। मोबाइल और सिम को अलग-अलग जगह फेंक दिया। मृतक के समाज से बहिष्कार के बाद कोई घर नहीं जाता था, लेकिन मौत का मंजर देखने पूरा गांव पहुंच गया।
घटना धनोरा थाना क्षेत्र की है। अब एक महीने बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस खबर को प्रिंट मीडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया है।
28 मार्च को सतऊ राम (42) एक शादी समारोह में गया था, लेकिन लौटा नहीं।
झाड़-फूंक करता था सतऊ राम
जानकारी के मुताबिक, धनोरा के ग्राम चनिया में एक परिवार का समाज ने साल 2013 में बहिष्कार कर दिया था। किसी भी सामाजिक काम उन्हें नहीं बुलाया जाता था और न ही उनके घर कोई जाता था। इसी बीच 28 मार्च 2024 को परिवार का मुखिया सतऊ राम (42) एक शादी समारोह में गया था।
कार्यक्रम के बाद भी वह वापस नहीं आया। इससे परिवार के लोग परेशान हो गए। पत्नी, 4 बच्चों और दादा समेत सभी का रो-रो कर बुरा हाल हो चुका था। पत्नी रजोन बाई ने बताया कि मेरे पति सतऊ राम झाड़-फूंक का काम करते थे।
जमीन खोदकर निकाला गया सतऊ राम का सड़ा-गला शव।
जादू-टोना के शक में सामाजिक बहिष्कार
परिवार के मुताबिक, जादू-टोना के शक में गांव वालों ने पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। फिर भी हम 11 साल से जैसे-तैसे रह रहे हैं। इनसे न कोई न बात करता है, न ही किसी भी काम में इन्हें शामिल करते थे।
पुलिस की मौजूदगी में शव को निकालते हुए स्थानीय लोग।
दृश्यम फिल्म देखकर रची हत्या की साजिश
बताया जा रहा है कि, हत्या पारिवारिक जमीनी विवाद के चलते की गई है। गांव के ही शिवकुमार ने दृश्यम फिल्म देखकर इस वारदात को अंजाम दिया था। उसका साथ दूसरे आरोपी महरू ने दिया। मर्डर के बाद गांव से दूर शव को नाले के किनारे दफन कर दिया।
मुख्य आरोपी शिवकुमार और महरू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
संदिग्धों से पूछताछ में हुआ खुलासा
धनोरा थाना प्रभारी यशवंत श्याम ने बताया कि, टेक्निकल टीम और परिवार से मिले इनपुट के आधार पर दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें युवकों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस आरोपियों को घटना स्थल लेकर पहुंची, जहां दोनों ने सतऊ राम को मारकर दफना दिया था।
पुलिस की मौजूदगी में निकाला गया शव
बुधवार (1 मई) को एएसपी रूपेश कुमार, एसडीम अंकित चौहान, एसडीओपी भूपत सिंह, तहसीलदार नेत्रा प्रभा सिदार, साइबर की टीम और धनोरा पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपियों की निशानदेही पर खुदाई कर शव को बाहर निकाला गया। इसके बाद पोस्टमॉर्टम के लिए जगदलपुर भेज दिया गया। गुरुवार (2 मई) को पुलिस हत्याकांड का खुलासा करेगी।
(Bureau Chief, Korba)