छत्तीसगढ़: बिलासपुर में एक हिस्ट्रीशीटर ने जमीन विवाद में अपने ही भाई पर साथियों के साथ मिलकर डंडा और फरसा से हमला कर दिया। इस दौरान बीच-बचाव कर रहे कांस्टेबल पर भी हमला किया, उसने भागकर अपनी जान बचाई। भाई को अपोलो अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है। युवक ने अपने कांस्टेबल दोस्त के जरिए जमीन विवाद सुलझाने के लिए भाई को बुलाया था। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस गंभीर मामले में दोनों पक्षों पर साधारण मारपीट का केस दर्ज किया है। आरोपी कांग्रेस नेता बताया जा रहा है।
घायल कपिल त्रिपाठी (फाइल फोटो)
पुलिस लाइन निवासी विजय शर्मा पिता शंकर शर्मा (35) कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। उसने पुलिस को बताया कि मंगलवार को कुदुदंड निवासी हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी ने मोबाइल से कॉल किया और कहा कि उसके भाई कपिल त्रिपाठी के साथ पारिवारिक जमीन विवाद चल रहा है। चूंकि, विजय का उसके घर आना-जाना है और पारिवारिक संबंध है, इसलिए संजू ने कहा कि उसके पिता भी घर में हैं तो सब आपस में मिलकर सुलह कर लेंगे।
उसकी बातों में आकर विजय ने कपिल को फोन किया और बताया कि संजू जमीन विवाद पर सुलह करना चाहता है और अपने घर बुला रहा है। कपिल भी इसके लिए तैयार हो गया है। दोपहर में कांस्टेबल विजय के घर पहुंच गया। फिर दोनों विजय की कार से दोपहर करीब दो बजे संजू के कुदुदंड स्थित घर पहुंचे। संजू अपने पिता के साथ कमरे में बैठा था। फिर कपिल व संजू दोनों भाई के बीच जमीन बंटवारा को लेकर बातचीत होने लगी। तभी अचानक संजू गुस्से में आ गया और कपिल को गाली देने लगा।
आरोप है कि संजू ने उसने आवाज देकर अपने दोस्तों को बुला लिया। देखते ही देखते मंगल केशरवानी, रितेश तिवारी व अन्य युवक डंडा और रॉड लेकर पहुंच गए। उन्होंने मिलकर कपिल की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान संजू ने अपने हाथ में रखे फरसा से कपिल के सिर में मार दिया, जिससे कपिल खून से लथपथ होकर घायल हो गया। संजू कहने लगा कि आज तुझे जिंदा नहीं छोडूंगा। इधर, उसके पिता जय नारायण त्रिपाठी और कांस्टेबल विजय ने बीच बचाव किया तो संजू ने उसके साथ भी झूमाझटकी शुरू कर दी। मारपीट करते देखकर आरक्षक विजय डर के कारण बाहर निकलकर भागा और अपनी जान बचाई।
कुदुदंड स्थित मकान में दोनों भाइयों के बीच हुआ विवाद
CIMS से अपोलो रेफर, आरक्षक ने दर्ज कराया केस
कपिल को अधिक चोट आने पर उसे इलाज के लिए सीधे CIMS ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया गया। इधर, कांस्टेबल विजय सिविल लाइन थाने पहुंचा और केस दर्ज कराया। उसके बताने के बाद भी पुलिस न तो घायल कपिल का हाल जानने पहुंची और न ही उसका बयान दर्ज किया। बल्कि, साधारण मारपीट का मामला दर्ज कर आरक्षक विजय को चलता कर दिया।
संजू के खिलाफ दर्ज है कई आपराधिक प्रकरण
संजू त्रिपाठी के खिलाफ डबल मर्डर सहित मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। हत्या के मामले में वह काफी दिनों तक जेल में था। जेल से छूटने के बाद वह जमीन का कारोबार कर रहा है। बावजूद इसके पुलिस ने उसके खिलाफ साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया है।
सिविल लाइन पुलिस का कारनामा, ICU में भर्ती भाई पर दर्ज किया केस
इस घटना के बाद संजू त्रिपाठी सिविल लाइन थाने पहुंच गया, जहां पुलिस ने उसे पकड़ने के बजाए उल्टा उसकी शिकायत दर्ज कर ली। पुलिस ने उसकी रिपोर्ट पर उसके घायल भाई के खिलाफ के मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है। उसने पुलिस को बताया कि कपिल और विजय को उसने 70 हजार रुपए दिया था, जिसे वापस मांगने पर दोनों ने गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उसका आरोप है कि कपिल त्रिपाठी ने किसी हथियारनुमा लोहे से उसे मारने की कोशिश किया तो बीच बचाव में उसके दोस्त मंगल केशरवानी के हाथ में चोट लगा है।