रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से बुधवार को हटाए गए कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम को मंत्री बनाया जा रहा है। मरकाम शुक्रवार, 14 जुलाई को मंत्री पद की शपथ लेंगे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा सीटों की संख्या के 15 प्रतिशत के हिसाब से मुख्यमंत्री को मिलाकर 13 मंत्री ही रह सकते हैं।
मरकाम को मंत्रीमंडल में शामिल करने के लिए मौजूदा स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस्तीफा दे दिया है। इस तरह, विधानसभा चुनाव से ठीक 4 महीने पहले भूपेश मंत्रिमंडल में अहम फेरबदल हुआ है। बता दें कि दैनिक भास्कर ने गुरुवार को ही खबर प्रकाशित की थी कि अध्यक्ष पद से हटाए गए मरकाम को मंत्री बनाया जाएगा, और ऐसा ही हुआ है।
डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम के इस्तीफे की खबर प्रदेश में दोपहर करीब 1 बजे फैली। बाद में डॉ. टेकाम ने खुद इस्तीफे की पुष्टि कर दी और शाम को सीएम भूपेश बघेल को इस्तीफा सौंप दिया। भास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक पीसीसी अध्यक्ष पद से हटाने से पहले ही कांग्रेस आलाकमान ने मरकाम को विश्वास में ले लियाथा कि उन्हें दूसरी जिम्मेदारी दी जाएगी।
बुधवार को डा. टेकाम के इस्तीफे के बाद से ही मरकाम को मंत्री बनाने की चर्चा शुरू हो गई थी। माना जा रहा है कि मरकाम के 4 साल से कुछ ज्यादा के अध्यक्षीय कार्यकाल को पार्टी ने सफल माना है। इसलिए हटाने के 24 घंटे के भीतर उन्हें मंत्री बनाने की घोषणा कर दी गई। हटाने के 48 घंटे के भीतर वे मंत्रीपद की शपथ भी ले लेंगे।
टेकाम 6 बार के विधायक, टीएसके करीबी, इसलिए बने थे मंत्री
वरिष्ठ मंत्री और छह बार के विधायक प्रेमसाय टेकाम का लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है। वे सरगुजा संभाग की प्रतापपुर सीट से विधायक हैं। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सिंहदेव खेमे से ही मंत्री पद पाने में सफल हुए थे। वे भूपेश सरकार में स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति, जनजाति अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण एवं सहकारिता विभाग संभाल रहे थे। हालांकि साढ़े चार साल के कार्यकाल में शिक्षा विभाग को लेकर टेकाम विवादों में भी घिरे थे। तबादलों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सत्ताधारी दल के विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। प|ी को निज सचिव बनाने के मामले में भी वे आलोचना के शिकार हुए थे। टेकाम आदिवासी समुदाय से हैं। उन्हें हटाकर मरकाम को मंत्री बनाया जा हा है, वे भी आदिवासी समुदाय से ही हैं।
सीएम के कहने पर इस्तीफा: टेकाम
प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से कहा कि मंत्रिमंडल में किसे कहां जगह देनी है, ये मुख्यमंत्री तय करते हैं। मैंने मुख्यमंत्री के कहने पर इस्तीफा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि एआईसीसी की तरफ से आपको इस्तीफा देने के निर्देश है। उसके बाद मैंने तुरंत इस्तीफा दिया। मैं संगठन में रहकर काम करता रहूंगा।
दूसरी जिम्मेदारी का पता था: मरकाम
पीसीसी चीफ रहे मोहन मरकाम ने कहा कि एक दिन पहले ही हाईकमान ने बता दिया था कि आपको प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर दूसरी जिम्मेदारी दे रहे हैं। हालांकि दूसरी जिम्मेदारी क्या है, यह नहीं बताया गया था। लेकिन आज पता चला कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल होकर सरकार में काम करने का मौका दिया गया है।
सरगुजा व बस्तर से दो-दो मंत्री
भूपेश केबिनेट में सरगुजा संभाग से टीएस सिंहदेव और प्रेमसाय सिंह टेकाम को पहले मंत्री बनाया गया था। इसी संभाग से अमरजीत भगत बाद में मंत्री बनाए गए। अब टेकाम के हटने से सरगुजा से दो मंत्री रह गए हैं। बस्तर संभाग से अब तक केवल कवासी लखमा ही मंत्री थे। बस्तर में ही कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम को मंत्री बनाने से बस्तर से भी दो मंत्री हो जाएंगे। बस्तर और सरगुजा संभाग को बराबर महत्व दिए जाने से अब आदिवासी सीटों पर कांग्रेस को फिर से बढ़त बनाने की उम्मीद है, क्योंकि आदिवासी सीटों पर जीत से सत्ता की राह आसान होगी।
मरकाम आज शपथ लेंगे: सीएम भूपेश
सीएम भूपेश बघेल ने सत्ता और संगठन में फेरबदल पर कहा कि संगठन में लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी मिलती रहती है। रायपुर महाअधिवेशन में पारित हुआ था कि 50 फीसदी सीटे 50 साल के कम उम्र वालों को मिलनी चाहिए। दीपक बैज बमुश्किल 42 साल के हैं। इसी तरह, मरकाम भी कल मंत्री पद की शपथ लेंगे।