राजस्थान: म्यूजिक डायरेक्टर और एक्टर पीयूष मिश्रा ने कहा है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में जो कुछ दिखाया गया है वह सच है। फिल्म को लेकर हो रही कंट्रोवर्सी पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग गुजरात दंगों पर फिल्म बनाने की मांग कर रहे हैं, मेरा मानना है कि उस पर भी फिल्म बननी चाहिए, क्योंकि लोग सच देखना चाहते हैं। जयपुर में पीयूष मिश्रा ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर गुरुवार को पत्रकारों से खुलकर बातचीत की।
मिश्रा ने कहा कि कश्मीर में जो हुआ है उसे झुठलाया नहीं जा सकता। मैं खुद उस महिला से मिला हूं, जिसको पति के खून से सने चावल खिलाए गए थे। मैंने खुद उसका वीडियो देखा है।
जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में चल रहे कार्यक्रम में अपने बैंड ग्रुप बल्लीमारान के साथ लाइव परफॉर्मेंस देने मिश्रा जयपुर पहुंचे। उन्होंने अपने जीवन और संगीत से जुड़े कई अनुभवों पर बात की तो फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ का जिक्र आने पर खुलकर इस पर बोले।
मिश्रा ने कहा- मूवी में जो दिखाया गया है, वो एक-एक बात सच है। एक्टर है संजय सूरी, उनके पिता को ऐसे ही मारा गया है और लोग चुपचाप से लोग निकल गए, न कोई एफआईआर न कोई पुलिस में शिकायत। ऐलान कर दिया गया कि 48 घंटे में यहां से चले जाएं। यह सच था और वे लोग वहां से घरों को छोड़कर निकल गए थे। इसलिए इस फिल्म का जो लोग विरोध करते हुए इसे प्रोपेगेंडा बता रहे हैं, उनसे बहस कहने का कोई मतलब नहीं।
मैं खुद लिख रहा हूं कश्मीर हमले पर स्टोरी
मिश्रा ने कहा कि मैं खुद कश्मीर के कबाइलियों को लेकर एक स्टोरी लिख रहा हूं। इसमें 1947 से 1995 तक का जिक्र होगा। मैं एक ऐसे परिवार की महिला से मिला हूं, जो खुद 87 साल की है। उन्होंने 1947 में हुए कबाइली हमलों को देखा था। मिश्रा ने कहा कि आज के दौर में लोग हकीकत को देखना चाहते हैं। कुछ लोग गुजरात दंगों सहित अन्य मुद्दों पर भी फिल्म बनाने की मांग करते हैं। मैं खुद कहता हूं कि इन पर भी फिल्म बननी चाहिए।