रायपुर: छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल को पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कांग्रेस में आने का ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि बृजमोहन चाहे तो कांग्रेस में आ जाएं। वो जो चाहेंगे वो मिलेगा। बीजेपी में सिर फुटौवल की स्थिति बनी हुई है। उनकी उपेक्षा की गई है। अगर वो मिलेंगे तो उनसे जरूर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि, बृजमोहन अग्रवाल अभी इस्तीफे के बाद भी 6 महीने तक मंत्री रहने की बात कह रहे हैं। यह तो आने वाले समय में पता चलेगा कि वो कांग्रेस में रहेंगे या बीजेपी में। विधायकों को साथ लाने के सवाल पर डहरिया ने कहा कि अब देखते हैं कि किसको लाते हैं। बस आ जाएं, यहां सबकुछ मिलेगा।
जनता के हित में फैसला ले सरकार
महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से करने की संभावनाओं पर शिव डहरिया ने कहा कि, पिछली सरकार ने यह नियम बदले थे। जैसे विधायक मुख्यमंत्री चुनते थे, वैसे ही पार्षद मिलकर महापौर चुनेंगे। ये सबसे प्रजातांत्रिक तरीका था। जनता के हित में निर्णय लेना चाहिए। बिना सोचे समझे कुछ नहीं करना चाहिए।
बीजेपी को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं
बीजेपी के जांच दल पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि, क्या सरकार को अपनी जांच पर भरोसा नहीं है ? बीजेपी अनुसूचित जाति के खिलाफ है ? यदि अनुसूचित जाति के साथ हैं, तो राज्यपाल के पास जो आरक्षण संशोधन विधेयक है, उसे पास कराएं।
अपना दोष दूसरों पर मढ़ रही बीजेपी
जिनकी सरकार है वो नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। दूसरों पर दोष मढ़ रहे हैं। बीजेपी की शुरू से यही राजनीति रही है। जाति और धर्म के नाम पर लड़ाना इनका धंधा रहा है। यह हमेशा इसी तरह की बातें करते रहते हैं। जनता धीरे-धीरे इन्हें समझने लगी है। हमारी पार्टी ऐसी पार्टी है, जिसने देश को आजादी दिलाई।
प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक नहीं
हमने शुरू से कहा है कि प्रदेश भर में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। बलौदाबाजार की हिंसा हम देख ही रहे हैं। बस्तर में भी आरोप लग रहे कि नक्सली नहीं ग्रामीण मारे जा रहे हैं। आरंग में मॉब लीचिंग हुई। ऐसी घटनाएं प्रदेश में आम हो चुकी है। इसलिए लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।
(Bureau Chief, Korba)